कौन हैं Farmani Naaz के गाए हर हर शंभू गाने के ओरिजिनल राइटर, कैसे आया आइडिया?

जीतू ने इस गाने की रिकॉर्डिंग अभिलिप्सा पांडे से कराई थी. जबकि फरमानी नाज इस गाने को हर जगह अपना बता कर वाहवाही लूट रही हैं. जीतू चाहते हैं कि फरमानी उन्हें क्रेडिट दें और माफी मांगे, नहीं तो वे कानूनी कार्रवाई करेंगे. 

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फरमानी नाज, जीतू शर्मा फरमानी नाज, जीतू शर्मा

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 09 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 8:06 AM IST
जिस 'हर हर शंभू' गाने को गाकर फरमानी नाज रातोंरात हाउसहोल्ड नेम बन गई हैं, क्या आपको पता है वो गाना किसने लिखा था? वो गाना जीतू शर्मा ने लिखा था. जीतू शर्मा फरमानी नाज से खासे नाराज भी चल रहे हैं. जीतू की शिकायत है कि उन्होंने जितनी मेहनत से इस गाने को लिखा था, उसका क्रेडिट उन्हें नहीं मिल रहा है. जीतू ने इस गाने की रिकॉर्डिंग अभिलिप्सा पांडे से कराई थी. जबकि फरमानी नाज इस गाने को हर जगह अपना बता कर वाहवाही लूट रही हैं. जीतू चाहते हैं कि फरमानी उन्हें क्रेडिट दें और माफी मांगे, नहीं तो वे कानूनी कार्रवाई करेंगे. 

कौन है जीतू शर्मा
ओडिशा के रहने वाले जीतू शर्मा के पिता सब्जी की दुकान लगाते हैं. उनका बचपन काफी गरीबी में गुजरा है. जीतू सिर्फ 12वी तक ही पढ़ें हैं. जिसके बाद उन्होंने नौकरी करना शुरू किया. जीतू बताते हैं कि बचपन से ही उन्हें माइक का शॉक था. स्कूल में भी वह गाना गाया करते थे. नौकरी में उनका मन नहीं लगा. इसलिए सब छोड़ उन्होंने 2014 में एक यूट्यूब चैनल शुरू किया. शुरू-शुरू में जीतू छोट-छोटे बच्चों के इंटरव्यू डाला करते थे. लेकिन उन्हें कुछ खास रिस्पॉन्स नहीं मिला. जिसके बाद जीतू की मुलाकात उनके गुरू आकाश से हुई, वह म्यूजिक कम्पोज करते हैं. उनके साथ मिलकर जीतू ने गाना गाने की शुरुआत की. 

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हर हर शंभू लिखने की स्टोरी है इंटरेस्टिंग
जीतू ने बताया कि इस गाने की लिखाई के पीछे की स्टोरी भी बहुत इंटरेस्टिंग है. जीतू बोले- ''इसी साल अप्रैल के महीने में, मैं अपनी दुकान पर बैठा था, तब हर-हर शंभू गाना लिखा. मैं हर रोज थोड़ा-थोड़ा लिखता था. जब कम्पलीट किया तो मैंने अपने गुरू को दिखाया और डिस्कस किया. तब तक मैं अकेला गाता था, लेकिन उस गाने के लिए एक लड़की की जरूरत भी पड़नी थी. तब खोजबीन कर के अभिलप्सा को ढूंढा. मेरे पास पैसों की कमी थी इसलिए मुझे अपनी छोटा हाथी मतलब लोडर गाड़ी बेचनी पड़ी थी.''

जीतू बताते हैं कि, ''बेची हुई लोडर गाड़ी को उन्होंने इएमआई पर खरीदा था. उसके लिए मैंने 80 हजार डाउन पेमेंट किया था. उसकी चार साल तक ईएमआई भी भरी. वह कूरियर कंपनी में लगी हुई थी. कोविड के दौरान वह भी छूट गई थी. मैंने वह गाड़ी 60 हजार में बेच दी. रिकार्डिंग के लिए मुझे जमशेदपुर जाना होता था. वहां जाने पर एक बार में 500 का खर्च आता था. उसमें मैं जाता था और अभिलिप्सा को भी ले जाता था.'' 

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जीतू बताते हैं कि वीडियो शूट के लिए महाकाल वाला कुर्ता अपने एक दोस्त से उधार मांगा था. गाना रिकार्ड कर मैंने यूट्यूब पर मई-2022 में डाला. इसके लगभग चार दिन बाद ही यूट्यूब से मुझे कॉपीराइट का नोटिस आ गया. 15 दिन के लिए गाना हटा दिया गया. फिर मैंने उनकी शंकाएं दूर की तो फिर गाना यूट्यूब पर आ गया. इतनी मेहनत के बावजूद गाना नहीं चल रहा था. लेकिन दोस्त ने रील बनाकर डाला फिर ज्ञानवापी मुद्दे ने जोर पकड़ लिया और मेरा गाना हिट हो गया.''

जीतू ने हर हर शंभू के अलावा शिव भक्ति के और भी कई गाने लिखे हैं और वो महादेव पर ही ज्यादातर गाने बनाना चाहते हैं. गरीबी में जीवन बिता रहे जीतू ने अपनी मेहनत से अब अच्छी लाइफ बिता रहे हैं. माता-पिता को भी उनपर गर्व है.

 

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