मेजर मोनिका मेहरा वापस आ गई है और इस बारे उसके पास है एक नया मिशन. वेब सीरीज कोड एम (Code M) के पहले सीजन में मिलिट्री एनकाउंटर केस को सुलझाने के बाद अब मेजर मोनिका ने सिस्टम के अंदर के भ्रष्टाचार को एक्सपोज करने का जिम्मा उठाया है.
कहानी सिंपल है. मेजर मोनिका मेहरा को कारगिल डे सेलिब्रेशन में मुख्यमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई. इस दौरान वो मुख्यमंत्री की जान भी बचाती है. केस के हाई प्रोफाइल होने की वजह से इसे सीबीआई को दे दिया जाता है. सीबीआई अफसर कुरैशी (स्वानंद किरकिरे) को लेकर मोनिका अच्छा फील नहीं कर रही हैं. ऐसे में वो खुद इस मामले की गुत्थी को सुलझाने निकलती है. लेकिन उसके सामने जो बातें आती हैं वो मोनिका और दर्शक दोनों के लिए बेहद शॉकिंग है.
कोड एम सीजन 2 में ट्विस्ट एंड टर्न्स हैं. कहानी सस्पेंस से भरी है, जिसे मेजर मोनिका के साथ सुलझाने में आपको मजा भी आता है और थ्रिल भी मिलता है. इस सीरीज के एक्शन सीन्स काफी बढ़िया हैं. यह सीन्स काफी स्मार्ट और क्लीन है और आपके अंदर जोश भी भरती है. दूसरे फीमेल कैरेक्टर्स से उलट यहां एक औरत को दुश्मन से लड़ते और उनको पंच मारते देखना काफी अच्छा लगता है. हालांकि कुछ सीन्स थोड़े ज्यादा ड्रामेटिक भी लगते हैं. कुछ चीजों को सीरीज में बार-बार रिपीट किया गया है, जो थोड़ा-सा इरिटेटिंग है.
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जेनिफर विंगेट अपने मेजर मोनिका मेहरा के किरदार में जबरदस्त हैं. उन्होंने पहले सीजन की तरह एक बार फिर अपने किरदार को बढ़िया तरीके से निभाया है. पूरी सीरीज जेनिफर के कंधों पर चली है, जो देखना काफी अच्छा रहा. एक्टर तनुज विरवानी और स्वानंद किरकिरे ने भी अपने किरदारों को अच्छे से निभाया है. बाकी के सपोर्टिंग एक्टर्स का काम भी अच्छा है.
सीरीज का स्क्रीनप्ले मोनिका के अतीत से भरा हुआ है, जो इसे कुछ हद ढीला बनाता है. शो का एक्शन, ट्विस्ट और परफॉरमेंस इसे बढ़िया बनाते हैं. इस सीरीज में 8 एपिसोड्स हैं जिन्हें आप बिंज वॉच कर सकते हैं. अगर आप वीकेंड पर कुछ मजेदार और एक्शन से भरा देखना चाहते हैं, तो कोड एम सीजन 2 आपके लिए सही चॉइस है.
पल्लवी