पानी की समस्या पर बनी हैं बॉलीवुड में ये फिल्में, क्या देखी हैं आपने?

हम लोग ना जाने किस जमाने से सुनते आ रहे हैं कि भविष्य में पानी की कमी पड़ सकती है. मगर इसके बाद भी कई सारी नदियां ऐसी हैं जो मैली हो गई हैं. इसके बाद भी जगह-जगह पानी की बर्बादी होती नजर आती है. पानी की समस्या पर बॉलीवुड में कुछ शानदार फिल्में बनी हैं. वर्ल्ड वाटर डे, 2021 के मौके पर आइये जानते हैं ऐसी ही कुछ फिल्मों के बारे में जिन्हें देख कोई भी इंसान पानी के महत्व को बेहतर समझ पाएगा.

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मनीषा लांबा संग बोमन ईरानी मनीषा लांबा संग बोमन ईरानी

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 22 मार्च 2021,
  • अपडेटेड 9:53 AM IST

पानी जीवन के लिए सबसे जरूरी है. बिना पानी के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती. मगर देश और दुनिया की कई ऐसी जगह हैं जहां पानी के लिए लोगों को संघर्ष करना पड़ता है. सोचना भी दुखदाई है कि उनका जीवन कितना मुश्किलों से भरा रहता होगा. ऐसा हम लोग ना जाने किस जमाने से सुनते आ रहे हैं कि भविष्य में पानी की कमी पड़ सकती है. मगर इसके बाद भी कई सारी नदियां ऐसी हैं जो मैली हो गई हैं. इसके बाद भी जगह-जगह पानी की बर्बादी होती नजर आती है. पानी की समस्या पर बॉलीवुड में कुछ शानदार फिल्में बनी हैं. वर्ल्ड वाटर डे, 2021 के मौके पर आइये जानते हैं ऐसी ही कुछ फिल्मों के बारे में जिन्हें देख कोई भी इंसान पानी के महत्व को बेहतर समझ पाएगा. 

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लगान- आमिर खान की फिल्म लगान में दिखाया गया था कि एक किसान के लिए समय पर बारिश का ना होना कितना कष्टपूर्ण होता है. ऑस्कर तक इस फिल्म ने अपना डंका बजाया था. हालांकि फिल्म पूरी तरह से वाटर स्कारसिटी के मुद्दे पर तो नहीं बनी थी मगर इस फिल्म में पानी एक मेन फैक्टर था. 

वेल डन अब्बा- वेलडन अब्बा फिल्म का निर्देशन दिग्गज फिल्मकार श्याम बेनेगल ने किया था. फिल्म एक पॉलिटिकल सटायर थी जिसमें दिखाया गया था कि कैसे सरकारों द्वारा बड़े-बड़े वादे करने के बाद गांव में पानी की समस्या से लोग जूझते हैं. फिल्म में सरकार के खोखले सिस्टम की पोल खुलती दिखाई गई थी. इस फिल्म में बोमन ईरानी डबल रोल में नजर आए थे. इसके अलावा फिल्म में मनीषा लांबा और रवि किशन अहम रोल में थे.

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जल- साल 2013 में पानी की समस्या पर ये फिल्म बनाई गई थी. फिल्म में पूरब कोहली मुख्य रोल में थे. इस फिल्म में पानी की समस्या के समानांतर एक प्रेम कहानी दिखाई गई थी.

कड़वी हवा- अगर आपको प्रकृति से प्यार है तो आपको क्लाइमेट चेंज पर बनी संजय मिश्रा की ये फिल्म जरूर देखनी चाहिए. इस फिल्म के माध्यम से दिखाया गया था कि अगर हम कुदरत की देखभाल नहीं करेंगे और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में कोताही करेंगे तो इसका परिणाम बुरा हो सकता है.

कौन कितने पानी में- पानी के संरक्षण को लेकर बनी ये एक कॉमेडी ड्रामा फिल्म थी. फिल्म का मुख्य केंद्र था पानी का संरक्षण जिसे एक हल्की-फुल्की कहानी के माध्यम से दर्शाने की कोशिश की गई थी.

लीला- लीला वेब सीरीज अपने रिलीज के दौरान खूब चर्चा में रही थी. इसे भविष्य के तर्ज पर बनाया गया था और दिखाने की कोशिश की गई थी कि जिस हिसाब से मानव जाति पानी की बर्बादी कर रही है उस हिसाब से आने वाले अनुमानित 40-50 सालों में स्थिति कितनी भयंकर हो सकती है. आज नेचुरल रिसोर्सेज को लेकर जागरुकता बढ़ाने के संदर्भ में ऐसी और भी फिल्में बनाए जाने की जरूरत है. 

पानी पर बने कुछ शानदार गाने-

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पानी को तरसते

पानी रे पानी- 

ओ रे ताल मिले- 

मानों तो मैं गंगा मां हूं- 

काले मेघा- 


 

 

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