बॉलीवुड के हीरो नंबर वन गोविंदा के पैर में गोली लगने वाले इंसीडेंट ने सभी को शॉक में डाल दिया था. जब वो अस्पताल से डिस्चार्ज हुए तो बेटी टीना आहूजा का दर्द कैमरा के आगे फूट पड़ा था. उनका वो रोते हुए वीडियो खूब वायरल हुआ था. टीना ने हाल ही में उस इंसीडेंट का जिक्र किया और बताया कि वो अचानक क्यों रो पड़ी थीं. टीना ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि जब वो पिता को अस्पताल ले गई थीं तो वो लहूलुहान थे. वो बहुत डर गई थीं.
पिता की देखभाल में बिताए दिन-रात
टीना ने फिल्मीज्ञान से बातचीत में बताया कि उस वक्त क्या हुआ था, और क्यों वो पिता के अस्पताल से बाहर आने के बाद टूट गई थीं.
टीना ने कहा कि- उस वक्त मेरे आंसू जीत की खुशी में बहे थे. क्योंकि तब मैंने भगवान से इतनी प्रार्थना की थी. मुझे बहुत अच्छा लगा था कि मेरे पापा हेल्दी, फिट हो गए हैं और खतरे से बाहर हैं. जब वो ICCU में थे मैं वहीं रुकी रहती थी, इसके बाद वो ICU में शिफ्ट हुए थे. और मेरे पापा ना बहुत ना-नुकुर करते हैं. वो बहुत देसी हैं, तो वो बहुत आनाकानी करते थे, कि ये दवाई नहीं लेना. वो एंटी-बायोटिक्स नहीं लेना. वो इन सबसे बहुत इरीटेट होते हैं.
'तो जब एक इंसान वो फाइट कर रहा होता है ना कि अब क्या करें, कैसे करें. और मैं बस चाहती थी कि वो किसी भी तरह वापस आ जाएं. जब वो गन शॉट हुआ था तो मैं ही थी जो उन्हें अस्पताल लेकर भागी थी. वो कलकत्ता निकलने वाले थे सुबह-सुबह की फ्लाइट से, उन्होंने तब पूरे सफेद कपड़े पहने हुए थे. उनका जो पूरा कपड़ा था ना वो लाल हो गया था.'
खुशी के आंसू रो पड़ी थीं टीना
टीना ने आगे कहा कि- मैंने उनसे कहा भी था कि पापा ये सब आपकी फिल्मों की देन है कि आपके अंदर इतनी ताकत-हिम्मत है कि आपको पता कैसे फाइट करना है. और मुझे पता है कि मैं उनको कैसे अस्पताल लेकर गई थी. तो एक होता है ना कि खुशी के आंसू निकलते हैं कि बस मेरे पापा ठीक हो गए. उस वक्त भी वही हुआ था. इतनी देसी तो मैं भी हूं.
मालूम हो कि, एक्टर गोविंदा ने 1 अक्टूबर 2024 को सुबह करीब 4:45 बजे अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से गलती से अपने पैर में गोली मार ली. उस दौरान वो सुबह की फ्लाइट पकड़ने के लिए घर से निकल रहे थे. उनके भाई कीर्ति कुमार ने बताया कि उनके बाएं पैर से गोली लगी थी जिसे ऑपरेशन कर निकाल लिया गया था. वो कुछ दिनों में अस्पताल से डिस्चार्ज भी हो गए थे. उस दौरान पत्नी सुनीता आहूजा घर में मौजूद नहीं थीं.
aajtak.in