सलमान खान की धमाकेदार फिल्म 'टाइगर 3' का ट्रेलर आने वाला है. इस फिल्म को लेकर जनता में एक्साइटमेंट का लेवल ही अलग है. इस साल शाहरुख खान की ब्लॉकबस्टर 'जवान' में जबसे सलमान नजर आए हैं, तभी से लोग उनके इस एक्शन अवतार को फिर से पूरी फिल्म में देखने के लिए बेताब हैं. ऊपर से ये डिटेल्स सामने आ चुकी हैं कि शाहरुख और सलमान 'टाइगर 3' में एक बार फिर से स्क्रीन शेयर करने वाले हैं.
सलमान का टाइगर बनकर बड़े पर्दे पर लौटना कई वजहों से खास है. टाइगर वो किरदार है जिसने यश राज फिल्म्स के स्पाई यूनिवर्स की नींव रखी थी. इसी यूनिवर्स में ऋतिक रोशन-टाइगर श्रॉफ की 'वॉर' और शाहरुख की 'जवान' आई हैं. लेकिन एक किरदार के तौर पर टाइगर में बहुत कुछ ऐसा था जिसने इसे फैन्स का फेवरेट बना दिया था. 'एक था टाइगर' में सलमान जब पहली बार टाइगर बने थे तो जनता उन्हें देखने तो एक्शन की वजह से ही गई थी. मगर इस किरदार की कुछ और खूबियां भी थीं, जो इसे आइकॉन बना रही थीं.
हालांकि, 'टाइगर जिंदा है' में ये खूबियां कुछ गायब सी हो गईं. दूसरी फिल्म में टाइगर के किरदार से इन खूबियों का गायब होना, पक्के वाले 'टाइगर' फैन्स को थोड़ा सा खटका था. आइए बताते हैं सलमान के इस आइकॉनिक किरदार की वो खूबियां, जो दूसरी फिल्म में तो गायब दिखीं लेकिन अगर 'टाइगर 3' में लौट आएं, तो मजा ही आ जाएगा...
टाइगर की दोहरी जिंदगी
'एक था टाइगर' अपने समय की सबसे दमदार एक्शन फिल्मों में से एक थी. फिल्म में सलमान का एक्शन अवतार अब एक कल्ट बन चुका है. लेकिन इस किरदार का मजा जोरदार इसलिए था क्योंकि इसकी एक दूसरी साइड भी थी- अविनाश सिंह राठौर. आज बहुत से पक्के सलमान खान फैन्स को भी याद नहीं होता कि टाइगर का रियल नाम अविनाश सिंह राठौर है.
अपने स्पेशल मिशन से लौटा, सरकारी नौकरी पर जाता, मोहल्ले की महिलाओं का फेवरेट अविनाश 'एक था टाइगर' का सबसे मजेदार पॉइंट था. फिल्म में एक जगह जब वो अपनी सीनियर, शिनॉय सर से अपनी दोहरी जिंदगी को लेकर बात करता है, वो सीक्वेंस बहुत मजेदार था. ऊपर से ये डबल-आइडेंटिटी ही सलमान के किरदार को एक टेक्स्टबुक स्पाई बना रही थी- जिसकी दो अलग-अलग जिंदगियां हैं.
'टाइगर जिंदा है' में सलमान के किरदार से उसकी डबल लाइफ वाली साइड गायब थी. माना कि टाइगर ऑफिशियली भारतीय एंजेंसियों के लिए 'वांटेड' है. लेकिन वो जहां भी छिप कर रहा रहा है, वहां तो उसकी कोई दूसरी नॉर्मल लाइफ होगी न, या कोई दूसरी पहचान. इस तरह के एंगल स्पाई किरदारों को वो गहराई देते हैं, जो ड्रामा में वजन लाता है.
टाइगर-जोया का रोमांस/शादीशुदा जिंदगी
सलमान और कटरीना के किरदारों की लव स्टोरी 'एक था टाइगर' की कहानी को बांधकर रखने वाली चीज थी. खतरनाक मिशन में एजेंट्स की जान तो दांव पर लगी ही होती है, लेकिन जब पर्सनल लाइफ से जुड़ा कुछ दांव पर लग जाए, तो स्पाई थ्रिलर फिल्मों का मजा ही अलग हो जाता है. 'टाइगर जिंदा है' में टाइगर और जोया की लव स्टोरी जैसे बैक सीट पर चली गई थी.
फिल्म की शुरुआत में एक गाना और एंड में हुए ओवर ड्रामेटिक ट्विस्ट में दोनों को याद जरूर किया गया. लेकिन जिन्हें कहानी में मोमेंट्स कहा जाता है, वैसा कुछ दूसरी फिल्म में, टाइगर-जोया की स्टोरी में नजर नहीं आया. तीसरी फिल्म के लिए तो मेकर्स के पास एक दिलचस्प पॉइंट ये भी है कि अब टाइगर-जोया का बेटा भी बड़ा हो रहा है. 'टाइगर 3' में इस 'स्पाई फैमिली' का एंगल अच्छी रिलीफ दे सकता है.
टाइगर के 'घरेलू' रिश्ते
हीरो कितना भौकाली है, ये बताने के लिए किसी सपोर्टिंग कैरेक्टर से उसके बारे में बातें करवाना, फिल्मों की एक बड़ी कामयाब ट्रिक है. 'एक था टाइगर' में एजेंसी के बॉस शिनॉय सर (गिरीश कर्नाड) और टाइगर की बॉन्डिंग, और बाद में उनका एक दूसरे के बारे में बातें करना फिल्म को मजेदार बना रहा था.
शिनॉय के अलावा, टाइगर और उसके हैंडलर गोपी का कनेक्शन भी बहुत मजेदार था. फिल्म के प्लॉट में एक समय शिनॉय और गोपी, हाथ धोकर गोपी के पीछे पड़े हुए थे. लेकिन ये दोनों टाइगर के साथी थे और उसकी एपिक कहानी के गवाह. दूसरी फिल्म में टाइगर के साथ मिशन पर जो भी लोग थे, वो उसके साथी नहीं थे. किसी भी हीरो की कहानी को एपिक बनाने के लिए इस तरह के किरदार बहुत काम आते हैं. 'टाइगर 3' में ऐसे किरदार हों तो फिल्म का फन ही अलग होगा.
दिवाली पर आ रही 'टाइगर 3' के लिए एक्साइटमेंट ऐसी है कि अभी से इसे बॉलीवुड की सबसे कमाऊ फिल्मों की लिस्ट में आने का दावेदार माना जा रहा है. स्पाई-यूनिवर्स जिस तरह आगे बढ़ रहा है और जैसा 'टाइगर 3' का टीजर था, उससे ये तय है कि फिल्म में धांसू एक्शन होने वाला है. मगर ड्रामा वाली साइड पर 'टाइगर 3' अगर सॉलिड निकली, तो इसका लेवल पहली फिल्म जितना दमदार हो जाएगा.
सुबोध मिश्रा