गायक उदित नारायण के लिए ये मान पाना बहुत मुश्किल है कि लेजेंड्री लता मंगेशकर अब हमारे बीच नहीं रहीं. उदित नारायण का ये दावा है कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में उनके अलावा किसी ने लता जी के साथ 200 गाने नहीं गए होंगे. दिवंगत गायक लता दीदी के साथ तू मेरे सामने (डर, 1993), मेहंदी लगा के रखना (दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, 1995) और दिल तो पागल है (1997) का टाइटल ट्रैक जैसे चार्टबस्टर गाने के बाद नारायण खुद को "भाग्यशाली" मानते हैं.
उदित नारायण ने किया लता जी को याद
मशहूर गायक उदित नारायण का कहना है कि- “मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं. जितना काम मुझे लता जी के साथ मिला, मुझे नहीं लगता मेरे टाइम के किसी और सिंगर को मिला होगा. मुझे ऐसा लगता है कि लता जी के साथ मैं अकेला ऐसा सिंगर हूं जिसने 200 से जयादा गाने गए हैं. मैंने लता जी के साथ लाइव शोज भी किए हैं और मुझे 8 बार ये मौका मिला है. उदित नारायण ने साथ ही ये भी बताया की लता जी हमेशा उनसे कहती थीं कि- ‘उदित तुम्हारी आवाज ऑरिजिनल है. लता जी का इतना कहना ही ऐसा है जैसे खुद माता सरस्वती का आशीर्वाद देना.
उदित नारायण को यकीन है कि मंगेशकर भारत के संगीत इतिहास का एक अभिन्न अंग हैं और वह आगे भी रहेंगी. “6 फरवरी, 2022, एक काला दिन था. लता दीदी उदित नारायण को एक छोटे भाई की तरह प्यार करती थीं और जब भी वह मिलते थे तो उन्हें आशीर्वाद देती थीं. यह संयोग ही है कि लता मंगेशकर का निधन बसंत पंचमी के आसपास हुआ. यह साबित करता है कि वह स्वयं देवी सरस्वती थीं.”
रिश्ते में Shraddha Kapoor की क्या लगती थीं Lata Mangeshkar? विदाई के समय खूब रोईं
लता का जाना दुनिया के लिए बुरी खबर
गायक उदित नारायण 66 साल के हो गये हैं और उनका गायन का करियर बहुत ही अद्भुत रहा है. उदित नारायण ने कहा कि लता जी का जाना "बॉलीवुड, संगीत बिरादरी और पूरी दुनिया" के लिए एक दुखद खबर है और नारायण भावुक हो गए. वे अंत में कहते हैं कि- "एक ही लता जी थी और वो चली गई".
aajtak.in