कभी एक्टिंग स्कूल नहीं गए कुलभूषण खरबंदा, ऐसे सीखी अभिनय की बारीकियां

कुलभूषण ने NSD में एंट्रेंस टेस्ट दिया था और वह इसमें पास भी हो गए थे, लेकिन वह कभी भी एक्टिंग स्कूल में नहीं गए. बल्कि उन्होंने यात्रिक नाम के एक थिएटर में नौकरी कर ली थी.

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कुलभूषण खरबंदा कुलभूषण खरबंदा

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 10:23 AM IST

तमाम सुपरहिट फिल्मों में यादगार किरदार निभा चुके बॉलीवुड एक्टर कुलभूषण खरबंदा बुधवार को अपना 76वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं. कुलभूषण ने अपने करियर की शुरुआत जहां बतौर थिएटर आर्टिस्ट की थी वहीं बाद में उन्होंने बॉलीवुड और पंजाबी सिनेमा की तमाम हिट फिल्मों में काम किया.

उनके कुछ सबसे यादगार किरदारों की बात करें तो साल 1980 में आई फिल्म शान में शाकाल के किरदार के अलावा अर्थ, लगान, लगे रहो मुन्ना भाई और दामिनी जैसी फिल्मों में उन्होंने कमाल का काम किया है. अमेजन प्राइम की चर्चित सीरीज मिर्जापुर में कुलभूषण कालीन भईया के पिता का किरदार निभाते नजर आए थे.

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उन्होंने अपने गंभीर अंदाज से इस किरदार को जीवंत कर दिया था और अब देखना होगा कि सीरीज के दूसरे सीजन में भी क्या वह नजर आते हैं या नहीं. कुलभूषण खरबंदा ने अपने करियर में तमाम शानदार किरदार किए हैं और अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया है लेकिन क्या आप जानते हैं कि अदाकारी का इतना बेजोड़ हुनर रखने वाले कुलभूषण ने कभी किसी एक्टिंग स्कूल में अभिनय नहीं सीखा है.

कैसे सीखी कुलभूषण ने एक्टिंग?

कुलभूषण ने NSD में एंट्रेंस टेस्ट दिया था और वह इसमें पास भी हो गए थे, लेकिन वह कभी भी एक्टिंग स्कूल में नहीं गए. बल्कि उन्होंने यात्रिक नाम के एक थिएटर में नौकरी कर ली थी. इस थिएटर में उन्हें बैकस्टेज किए जाने वाले कामों के लिए वाले पैसे मिला करते थे. कुलभूषण ने इसी थिएटर में काम करते हुए लोगों को देखकर उनसे अभिनय सीखा.

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