कम सुनने लगी हैं जया बच्चन, बोलीं- संसद में चीखने-चिल्लाने का पड़ा बुरा असर, मगर इस बात से हैं खुश

जया बच्चन एक्ट्रेस के साथ-साथ सांसद भी हैं. वो बेबाकी से अपनी राय संसद में रखती हैं, और कई बातों पर नाराजगी भी जाहिर करती हैं. लेकिन इस संसद में वाद-विवाद की वजह से उन्हें एक तकलीफ भी हो गई है. इसका खुलासा उन्होंने हाल ही में किया.

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जया बच्चन को कम सुनाई देता है (Photo: PTI) जया बच्चन को कम सुनाई देता है (Photo: PTI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 02 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:48 PM IST

जया बच्चन बॉलीवुड की वेटरन एक्ट्रेस हैं लेकिन वो समाजवादी पार्टी से सांसद भी हैं. जया एक्टिंग के साथ-साथ पॉलिटिक्स में भी एक्टिव रहती हैं. वो लगातार संसद में अपनी हाजिरी लगाती हैं और सीरियस इशूज पर अपनी बात रखती हैं. लेकिन जया का कहना है कि संसद में इतना चीखना-चिल्लाना होता है कि उनके सुनने की शक्ति कमजोर हो गई है. 

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जया को सुनने में तकलीफ 

जया बच्चन ने हाल ही में अपनी इस दिक्कत के बारे में बताया. वी द वुमन से बातचीत में जया ने बताया कि संसद में जाने की वजह से उन्हें कम सुनाई देता है. क्योंकि वहां बहुत ऊंची आवाज में बात की जाती है. बहुत ही ज्यादा चीखना-चिल्लाना होती है. 

सवाल को काटते हुए जया बोलीं- मुझे थोड़ा सुनाई कम देता है, क्योंकि संसद में इतना चिल्लाना सुनना पड़ता है. लेकिन फिर एक बात पर खुशी जताते हुए कहा कि- शुक्र है दिमाग नहीं खराब हुआ, पर सुनने की शक्ति थोड़ी कम हो गई है. 

संसद में बेबाकी से रखती हैं मुद्दें

जया अक्सर संसद मे अपनी बात बेबाकी से रखती हैं. उनके कई वीडियोज वायरल होते हैं. कुछ वक्त पहले ही उनका एक वीडियो सामने आया था, जब पीठासीन सभापति ने उन्हें मिसेज जया अमिताभ बच्चन कहकर बुलाया था तो वो गुस्सा हो गई थीं. 

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उन्होंने तुरंत अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि- आप मेरे इतने पुराने साथी हैं, सालों से आपने मुझे जया जी कहकर ही बुलाया है. अब आप विपक्ष में हैं तो मुझे जया अमिताभ बच्चन कहकर बुला रहे हैं. सिर्फ जया बच्चन कहना ही काफी था.

पैपराजी कल्चर पर जताई नाराजगी

हाल ही में जया ने पैपराजी के साथ भी अपने रिलेशनशिप पर बात की थी. उन्होंने कहा था कि- मैं मीडिया की देन हूं, लेकिन पैपराजी से मेरा कोई रिश्ता नहीं. ये लोग कौन हैं? क्या ये देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रशिक्षित हैं? आप इन्हें मीडिया कहते हैं? मैं मीडिया से आती हूं, मेरे पिता पत्रकार थे, मुझे ऐसे लोगों का बहुत सम्मान है.”

जया ने आगे कहा था- लेकिन बाहर जो लोग गंदी-सी पैंट पहनकर, हाथ में मोबाइल लेकर घूमते हैं, उन्हें लगता है कि सिर्फ मोबाइल होने से वे किसी की भी फोटो ले सकते हैं और जो चाहें कह सकते हैं. और कैसी-कैसी टिप्पणियां करते हैं. जया की इन बातों पर खूब बवाल मचा. उनकी इन बातों पर इंडस्ट्री के ही कई लोगों ने क्रिटिसाइज किया.

वर्कफ्रंट पर जया आखिरी बार रॉकी और रानी की प्रेम कहानी में दिखी थीं. वो जल्दी ही दिल का दरवाजा खोल ना डार्लिंग फिल्म में दिखाई देंगी.

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