किसान आंदोलन: दलेर मेहंदी बोले- गुरूर-अकड़ दिखाने का फायदा नहीं, बातचीत से निकले समाधान

आजतक से बातचीत के दौरान दलेर महंदी ने दोनों किसान और सरकार से अपील की है कि बातचीत के जरिए किसी समाधान पर पहुंचा जाए. उन्होंने स्पष्ट कहा है कि अकड़ और गुरूर दिखाने से कोई भी रास्ता नहीं निकलने वाला है.

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दलेर मेहंदी दलेर मेहंदी

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 02 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 8:46 PM IST

पंजाब-हरियाणा के किसानों ने देश की राजधानी दिल्ली का घेराव किया हुआ है. पिछले कई दिनों से कृषि कानून के खिलाफ उनका सरकार के खिलाफ हल्ला बोल जारी है. सरकार संग जारी बातचीत भी अभी बेनतीजा रही है, ऐसे में इस विरोध प्रदर्शन के लंबा चलने के आसार दिख रहे हैं. अब इस आंदोलन में अपने गाने के जरिए किसानों का हौसला बढ़ाने वाले दलेर महेंदी ने बड़ी बात कह दी है.

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किसान आंदोलन पर दलेर मेहंदी

आजतक से बातचीत के दौरान दलेर महंदी ने दोनों किसान और सरकार से अपील की है कि बातचीत के जरिए किसी समाधान पर पहुंचा जाए. उन्होंने स्पष्ट कहा है कि अकड़ और गुरूर दिखाने से कोई भी रास्ता नहीं निकलने वाला है. उनकी नजरों में सरकार को भी किसानों की बात सुननी चाहिए और किसान संगठनों को भी सरकार तक अपनी मांगे पहुंचानी चाहिए. बातचीत के दौरान दलेर मेहंदी ने गुरुनानक देव को याद करते हुए बताया है कि उन्होंने अपनी जिंदगी के 15-16 साल सिर्फ खेती की थी. उन्होंने हमेशा यही संदेश दिया है कि मिल बांटकर खाना चाहिए.

दलेर मानते हैं कि धरना दे रहे किसानों को भी तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है और बंद पड़े रास्तों की वजह से यात्रियों को भी दिक्कत हो रही है. ऐसे में वे भी यही उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जल्द से जल्द कोई समाधान निकाल लिया जाए. वहीं किसानों का हौसला बढ़ाते हुए दलेर ने फिल्म छलांग का टाइटल ट्रैक भी गा दिया है. उनके मुताबिक हिम्मत दिखाना, अपनी बात रखना हर लोकतंत्र का अधिकार है. 

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वैसे किसानों के जारी इस आंदोलन में बॉलीवुड-पंजाबी इंडस्ट्री का तड़का भी देखने को मिल रहा है. विरोध प्रदर्शन में कई ऐसे गाने चलाए जा रहे हैं, जो या तो किसी बड़े पंजाबी सिंगर ने गाए हैं या फिर जो किसी बड़ी फिल्म के हैं. गानों के जरिए भी सरकार तक अपनी बात पहुंचाने की कवायद लगातार हो रही है.
 

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