'इस चेहरे के साथ कैसे?', जब आयुष्मान ने पत्नी से कही थी एक्टर बनने की बात, ताहिरा के निकले आंसू

हाल ही में एक इंटरव्यू में आयुष्मान खुराना ने खुलासा किया कि जब उन्होंने एक्टर बनने की इच्छा जाहिर की, तो उनकी पत्नी ताहिरा कश्यप सहित परिवार का क्या रिएक्शन था. उन्होंने बताया कि पत्नी ताहिरा ने उस वक्त सोचा था कि 'इस चेहरे के साथ' वो एक्टर कैसे बनेंगे.

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आयुष्मान खुराना पर पत्नी ताहिरा कश्यप को नहीं था भरोसा (Photo: X/@ayushmannk) आयुष्मान खुराना पर पत्नी ताहिरा कश्यप को नहीं था भरोसा (Photo: X/@ayushmannk)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 8:27 PM IST

आयुष्मान खुराना का बॉलीवुड में एंट्री कड़ी मेहनत और दृढ़ता का नतीजा था. रेडियो पर्सनैलिटी के रूप में अपनी प्रोफेशनल लाइफ की शुरुआत करने के बाद आयुष्मान टीवी होस्ट बने और इसी बीच फिल्मों के लिए ऑडिशन देते रहे. आखिरकार डायरेक्टर शूजित सरकार की विक्की डोनर (2012) में उन्हें लीड रोल दिया था, जिसके बाद उनकी किस्मत चमकी. हाल ही में एक इंटरव्यू में आयुष्मान ने खुलासा किया कि जब उन्होंने एक्टर बनने की इच्छा जाहिर की, तो उनकी पत्नी ताहिरा कश्यप सहित परिवार का क्या रिएक्शन था.

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ताहिरा को नहीं था आयुष्मान पर भरोसा

आयुष्मान ने बताया था कि उन दिनों वो और ताहिर, पंजाब यूनिवर्सिटी में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे थे. तब तक दोनों ने डेटिंग करना शुरू कर दिया था और वे आखिरकार शादी करना चाहते थे. पिंकविला से बातचीत में आयुष्मान ने बताया, 'एक दिन ताहिरा ने मुझसे पूछा, 'जिंदगी में क्या करने का प्लान है? पैसे कैसे कमाओगे?' मैंने कहा कि मैं एक्टर बनना चाहता हूं. वो हंसने और फिर रोने लगी, ये सोचते हुए कि 'इस चेहरे के साथ एक्टर कैसे बनोगे?' मैं नेर्ड था. मेरे चेहरे को देखकर कोई नहीं कह सकता था कि मैं एक्टर बनूंगा. ताहिरा को भी मुझ पर यकीन नहीं था. मैं खुद पर यकीन करके जी रहा था.'

पिता ने रखी थी शर्त

आयुष्मान ने बताया कि उन्होंने 11वीं-12वीं में साइंस पढ़ी थी. ऐसे में उन्होंने कर्नाटक के एक डेंटल कॉलेज के एंट्रेंस एग्जाम दिया था और उसमें पास भी हो गए थे. लेकिन फिर भी उन्होंने इसे छोड़कर एक्टिंग चुनी. एक्टर ने कहा, 'पापा ने शर्त रखी थी कि अगर आर्ट्स और थिएटर करना है तो कॉलेज में टॉपर बनना होगा. मैंने तीन साल तक कॉलेज टॉप किया, क्योंकि थिएटर में करियर बनाना चाहता था. ये मुश्किल था, लेकिन वो चाहते थे कि कुछ अच्छा हो. शाहरुख खान का फैन होने के कारण मुझे लगा कि पढ़ा-लिखा एक्टर होना बेहतर है. उनसे ज्यादा इंटेलिजेंट कोई नहीं. उनके नक्शेकदम पर चलते हुए मैंने मास कम्युनिकेशन पढ़ा और आखिरकार मुंबई पहुंचा था.'

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बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान ने आयुष्मान खुराना की यात्रा को कैसे प्रेरित किया इसके बारे में खुलते हुए एक्टर ने बताते हुए 2007 की एक घटना को याद किया. उन्होंने कहा, 'मुंबई के पहले साल में मैं अंधेरी के एक जिम जाता था. वहां से ओम शांति ओम (2007) का बड़ा होर्डिंग दिखता था. मैं सोचता था कि कभी मेरा पोस्टर भी ऐसे लगेगा क्या. जब विक्की डोनर रिलीज हुई, तो उसी जगह उसका पोस्टर लगा और मैं उस होर्डिंग के नीचे खड़े होकर रो रहा था.'

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