'ईमानदार आदमी था अनुराग कश्यप, हमारा रिश्ता गले में फंसी हड्डी जैसा' बोले पीयूष मिश्रा

पीयूष और अनुराग के रिश्तों में थोड़ी दूरी आ चुकी है, अब वो पहले की तरह मिलते-जुलते नहीं हैं. ना ही उनके बीच बातें बची हैं- करने को. इसकी वजह दोनों ने ही अपनी आइडियोलॉजी को बताया है. साथ ही पीयूष ने अनुराग को सबका लाडला और सच्चा इंसान भी कहा है.

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पीयूष मिश्रा, अनुराग कश्यप पीयूष मिश्रा, अनुराग कश्यप

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 4:30 PM IST

पीयूष मिश्रा-अनुराग कश्यप पुराने साथी हैं. दोनों ने कई प्रोजेक्ट पर साथ काम किया है. पीयूष ने अनुराग की गुलाल फिल्म के लिए कई तरह से योगदान दिया था. उन्होंने फिल्म के म्यूजिक, लिरिक्स, डायलॉग्स लिखने के साथ साथ एक्टिंग की और गाने भी गाए थे. इसके लिए उन्हें महज 2 लाख रुपये मिले थे. पीयूष ने बताया कि अनुराग इतने सच्चे इंसान हैं कि उनके साथ काम करने के लिए कोई भी अपनी फीस कट करने को तैयार हो जाता है.  

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हालांकि अब पीयूष और अनुराग के रिश्तों में थोड़ी खटास आ चुकी है. दोनों ने ही अलग अलग इंटरव्यूज में इस मतभेद की वजह अपनी सोच के फर्क को बताया है.

'सबका लाडला है अनुराग'

पीयूष ने दैनिक जागरण को दिए इंटरव्यू ने गुलाल में निभाई अपनी अलग अलग तरह की ड्यूटीज को लेकर कहा कि- हां, लेकिन किसी ने पैसे नहीं मांगे. ये अनुराग के संघर्ष का दौर था और हर कोई उसकी मदद करना चाहता था. उसकी फिल्म पांच रुकी हुई थी, ब्लैक फ्राइडे मुश्किल में थी और वो सबका लाडला था. मैंने संगीत, सिंगिंग, लिरिक्स, एक्टिंग और अपने खुद के डायलॉग्स के लिए कुल मिलाकर 2 लाख रुपये लिए. उस समय सबसे जरूरी बात ये थी कि उसकी फिल्म रिलीज हो जाए. सबका लाडला था, जिस तरह का आदमी था वो. अभी कैसा है मुझे मालूम नहीं, लेकिन उस वक्त तो बहुत ही ईमानदार आदमी था.

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गले में फंसी हड्डी की तरह अनुराग

हालांकि इससे पहले पीयूष अनुराग से अपने बिगड़े रिश्तों पर भी लल्लनटॉप से बात कर चुके हैं. उन्होंने कहा था- मेरा उससे रिश्ता ऐसा है कि हम कुछ सालों के बाद मिलते हैं, लेकिन 15 मिनट के बाद हमारे पास बात करने के लिए कुछ नहीं बचता. हम कॉफी और सिगरेट पीते हैं और हमारा रिश्ता खत्म हो जाता है. मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं बचता, उसके पास कहने के लिए कुछ नहीं बचता, इसलिए बातचीत खत्म हो जाती है. हमारे विचार मेल नहीं खाते, हमारे राजनीतिक विचार मेल नहीं खाते, हमारे नैतिक विचार मेल नहीं खाते. हालांकि हमारे भावनात्मक विचार एक जैसे हैं. 

पीयूष ने आगे कहा- वो मेरे गले में फंसी हड्डी की तरह है. मैं इसे निगल नहीं सकता, और मैं इसे बाहर नहीं थूक सकता. यही हमारा रिश्ता है. मैं उसके साथ ज्यादा देर तक नहीं बैठ सकता. हमारे पास बात करने के लिए कुछ नहीं है. वो सिनेमा का शौकीन है, और मैं फिल्में नहीं देखता. मैं उससे किस बारे में बात करूं?

हालांकि इनकी ऑन एंड ऑफ रिश्ते के बावजूद पीयूष ने गैंग्स ऑफ वासेपुर में अनुराग के साथ काम किया था, वहीं अनुराग ने भी पीयूष की ऑटोबायोग्राफी 'तुम्हारी औकात क्या है' पीयूष मिश्रा लॉन्च की थी. 

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