यूपी चुनाव (UP Election) में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के बीच गठबंधन हुआ है. पहले चरण के जब उम्मीदवार घोषित किए गए, तब आरएलडी को कुल 19 सीटें दी गई थीं. अब आज आरएलडी के सात और उम्मीदवार घोषित कर दिए गए हैं. ऐसे में सपा संग गठबंधन में आरएलडी को कुल 26 सीटें मिली हैं.
आज घोषित किए गए सात उम्मीदवारों में थानाभवन से अशरफ अली, बुढ़ाना से राजपाल बालियान, मीरापुर से चंदन चौहान, मुरादनगर से सुरेंद्र कुमार मुन्नी, शिकारपुर से किरन पाल सिंह, बरौली से प्रमोद गौड़ और इगलास से बीरपाल सिंह दिवाकर को उम्मीदवार बनाया गया है. उम्मीदवारों के ऐलान से पहले ऐसी अटकलें थीं कि सपा संग गठबंधन में आरएलडी को 36 सीटें तक मिल सकती हैं. लेकिन अब शायद जयंत चौधरी की पार्टी को 26 सीटों से ही संतुष्ट होना पड़ेगा.
वैसे क्योंकि पहले चरण में पश्चिमी यूपी की सीटों पर चुनाव होना है, ऐसे में आरएलडी के ज्यादा उम्मीदवार खड़े किए गए हैं. पहली सूची भी जो जारी की गई थी उसमें 19 सीटें जयंत चौधरी की पार्टी को दी गई थीं. वहीं 10 सीटों पर सपा ने अपने उम्मीदवार उतारे थे. उस समय आरएलडी ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर बड़ा संदेश देते हुए कहा था कि राष्ट्रीय लोकदल-समाजवादी पार्टी का गठबंधन उत्तर प्रदेश में लाएगा परिवर्तन, युवा, किसान के विकास का मंत्र, आ रहे हैं अखिलेश और जयन्त.
पहली सूची की बात करें तो शामली से प्रसन्न चौधरी ( रालोद), पुरकाजी से अनिल कुमार ( रालोद), खतौली से राजपाल सिंह सैनी ( रालोद), नहटौर से मुंशी राम ( रालोद), बागपत से अहमद हमीद ( रालोद), लोनी से मदन भैया (रालोद), मोदीनगर से सुरेश शर्मा ( रालोद), स्याना से दिलनवाज खान (रालोद), खैर से भगवती प्रसाद सूर्यवंशी ( रालोद), आगरा देहात से महेश कुमार जाटव (रालोद), फतेहपुर सीकरी से ब्रिजेश चाहर ( रालोद), खैरागढ़ से रौतान सिंह (रालोद), हापुड़ से गजराज सिंह ( रालोद), जेवर से अवतार सिंह भड़ाना जैसे उम्मीदवार शामिल हैं. वहीं कैराना, धौलाना, साहिबाबाद, अलीगढ़ जैसी सीटों से सपा ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
वैसे आज बीजेपी ने भी 107 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. पार्टी की तरफ से पहले और दूसरे चरण के लिए उम्मीदवार घोषित किए गए हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर से उतारने का फैसला लिया गया है, वहीं राज्य सरकार में मंत्री श्रीकांत को मथुरा से टिकट दिया गया है. पार्टी का दावा है कि उन्होंने जिन उम्मीदवारों को उतारा है, वो सबका साथ सबका विकास को ध्यान में रखते हुए किया गया है.
समर्थ श्रीवास्तव