गुजरात हारने के बाद भी खुश दिखे अरविंद केजरीवाल, बोले- आज 'आम आदमी पार्टी' राष्ट्रीय पार्टी बन गई

आम आदमी पार्टी गुजरात में तो कुछ सीटें निकालने में कामयाब रही, लेकिन हिमाचल में पार्टी का खाता तक नहीं खुला. गुजरात में बड़ी जीत का दावा करने वाले अरविंद केजरीवाल हार के बाद भी खुश नजर आए. उन्होंने गुजरात के लोगों का आभार व्यक्त किया और कहा कि अगली बार आपके आशीर्वाद से बीजेपी के किले को फतह करने में कामयाब होंगे.

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आप संयोजक अरविंद केजरीवाल आप संयोजक अरविंद केजरीवाल

पंकज जैन

  • नई दिल्ली,
  • 08 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 6:39 PM IST

गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनावों के नतीजे गुरुवार 8 दिसंबर को घोषित किए गए. इस दौरान गुजरात में बीजेपी ने एक बार फिर ऐतिहासिक जीत दर्ज की. वहीं हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने बहुमत हासिल की है. इस बीच लगातार चर्चा में रही आम आदमी पार्टी गुजरात में तो कुछ सीटें निकालने में कामयाब रही, लेकिन हिमाचल में पार्टी का खाता तक नहीं खुला. गुजरात में बड़ी जीत का दावा करने वाले अरविंद केजरीवाल हार के बाद भी खुश नजर आए. उन्होंने गुजरात के लोगों का आभार व्यक्त किया और कहा कि अगली बार आपके आशिर्वाद से बीजेपी के किले को फतह करने में कामयाब होंगे. दरअसल, आप को गुजरात में 13 प्रतिशत वोट मिले हैं, जिसके बाद इसके राष्ट्रीय पार्टी बनने की राह आसान हो गई है. हालांकि ऐलान निर्वाचन आयोग द्वारा किया जाना बाकी है.

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इसको लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन गई है. गुजरात चुनाव के नतीजे आ रहे हैं, काफी नतीजे आ चुके हैं और काफी नतीजे अभी आना बाकी हैं. गुजरात के लोगों ने आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बना दिया है. जितने वोट आम आदमी पार्टी को गुजरात चुनाव में मिले हैं, उस हिसाब से कानूनन आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन रही है. यह बहुत बड़ी बात है. देश में बहुत बहुत कम पार्टियां हैं, जिनको राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त है. चंद पार्टियों में अब आपकी आम आदमी पार्टी भी शामिल है.

गुजरात के लोगों का शुक्रिया- केजरीवाल

उन्होंने कहा कि महज 10 साल पहले आम आदमी पार्टी छोटी सी पार्टी थी. एक जवान पार्टी, जिसे अभी सिर्फ 10 साल हुए हैं, उसकी दो राज्यों में सरकार है. लेकिन आज वह राष्ट्रीय पार्टी बन रही है और लोग जब यह सुनते हैं तो दांतों तले उंगली दबा लेते हैं. यह बहुत ही आश्चर्यजनक उपलब्धि है. गुजरात के लोगों से खासतौर पर शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. जब भी गुजरात आया, आप लोगों से बहुत प्यार मिला, सम्मान मिला, विश्वास मिला, उसका मैं जिंदगी भर आभारी रहूंगा. गुजरात के लोगों से मुझे बहुत कुछ सीखने के लिए मिला. गुजरात एक तरह से बीजेपी का गढ़ माना जाता है, आपको भेदने में सफल हुए. आज गुजरात में हमें 13% के लगभग वोट मिला है. अब तक 39 लाख वोट के करीब हमें मिल चुके हैं. इतने लोगों ने हमारे ऊपर भरोसा किया और पहली बार हम को वोट दिया. इतना प्रेम देने के लिए मैं सभी लोगों का आभारी हूं. 

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'गुजरात में BJP का किला जीतने में सफल होंगे'  

केजरीवाल ने कहा कि इस बार गुजरात में किला भेदने में सफल हुए, गुजरात के लोगों के आशीर्वाद से अगली बार किला जीतने में भी सफल होंगे. आम आदमी पार्टी ने पूरा कैंपेन पॉजिटिव चलाया. कोई गाली गलौज नहीं की. किसी खिलाफ भद्दी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया. हमने सिर्फ यह कहा कि हमने दिल्ली और पंजाब में इतना काम किया है. गुजरात में मौका मिला तो हम यह सभी काम करेंगे. आम आदमी पार्टी ने केवल अपने काम की चर्चा की. यही चीज हमें दूसरी पार्टियों से अलग करती है. 75 साल से इस देश के अंदर गाली गलौज की राजनीति, मारपीट की राजनीति, जाति की राजनीति, धर्म की राजनीति, यह सब चलता था. पहली बार एक ऐसी पार्टी आई है जो देश के मुद्दों को जनता के मुद्दों की बात करती है. देश को नंबर वन बनाने की बात करती है. देश को आगे बढ़ाने पर स्कूल बनाने की बात करती है. अस्पताल बिजली सड़क ठीक करने की बात करती है. रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े मुद्दों पर आम आदमी पार्टी बात करती है. 

हमें पॉजिटिव राजनीति करनी है- केजरीवाल

उन्होंने कहा कि हमें पॉजिटिव राजनीति करनी है. हम शरीफ लोग हैं, ईमानदार लोग हैं और देशभक्त लोग हैं. यही पहचान हमें बनाकर रखनी है. गुजरात में मेहनत करने वाले सभी कार्यकर्ताओं को शानदार कैंपेन करने के लिए बधाई. गुजरात के सभी कार्यकर्ता थोड़े दिन आराम कर लें, उसके बाद फिर से ही हमें काम पर लगना है. एक बात ध्यान रखें कि चुनाव आते जाते रहेंगे, हम राजनीति में सेवा करने के लिए आए हैं. वह सेवा बंद नहीं होनी चाहिए. ऐसा नहीं कि चुनाव हो गया तो हम अपने अपने घर चले जाएं. अपने समाज गांव और मोहल्ले की सेवा करते रहो. कहीं कोई दुखी हो चाहे वह किसी भी पार्टी का हो, हमेशा सेवा करनी है चाहे वोट मिले या ना मिले. अच्छा काम करोगे तो वह भी मिलेंगे, केवल वोट के लिए काम नहीं करना है.

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क्या है राष्ट्रीय पार्टी बनने का पैमाना? 

संविधान विशेषज्ञ डॉक्टर सुभाष कश्यप के मुताबिक राष्ट्रीय दल होने की तीन मुख्य शर्तों या पात्रता में से एक शर्त ये है कि कोई भी राजनीतिक दल चार लोकसभा सीटों के अलावा लोकसभा में 6 फीसदी वोट हासिल करे. या फिर विधानसभा चुनावों में चार या इससे अधिक राज्यों में कुल 6 फीसदी या ज्यादा वोट शेयर जुटाए. गोवा में भी AAP ने 6.77 फीसदी वोट शेयर के साथ दो सीटें हासिल की. कुछ अन्य राज्यों में भी आम आदमी पार्टी की हिस्सेदारी और वोट शेयर हैं. अब यह चर्चा होने लगी है कि आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी (National Party) बनने जा रही है. चुनाव के राजनीतिक नियमों के जानकार केजे राव के मुताबिक निर्वाचन आयोग के सफाई अभियान के बाद अब देश में करीब 400 राजनीतिक पार्टियां हैं. लेकिन इनमें से महज 7 को ही राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त है.

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