विजयादशमी के दिन कांग्रेस को मध्य प्रदेश में बड़ा झटका लगा. शिवपुरी और अशोकनगर जिले के कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी का दामन दाम लिया. ग्वालियर के महल में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेसियों को बीजेपी की सदस्यता दिलाई. इस दौरान बीजेपी में शामिल हुए कांग्रेसी नेता बुरी तरह पछताते दिखे. उनका कहना था कि सिंधिया के साथ ही उन्हें कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो जाना चाहिए था. लेकिन देर हो गई. अब कभी अपने नेता सिंधिया का साथ नहीं छोड़ेंगे.
दरअसल, दशहरे के दिन अशोकनगर की आशा दोहरे, नगर पालिका में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अनीता जैन और प्रदेश कांग्रेस सचिव राकेश जैन ने ग्वालियर के जय विलास पैलेस में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की.
इस दौरान राकेश जैन ने बुरी तरह पछताते और भावुक होते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया से कहा, ''महाराज हमने बीजेपी में शामिल होने में देर कर दी. अब कभी जीवन में आपका साथ नहीं छोडू़ंगा.''
इसके अलावा, राकेश जैन ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कमलनाथ और दिग्विजय ने खेल खेला है. लोगों को पहले आश्वासन दिया कांग्रेस ज्वाइन कराई और फिर उन्हें टिकट नहीं दिया.
वहीं, अनीता जैन ने अपनी पीड़ा बयां करते हुए कहा, ''यह मेरी बहुत बड़ी भूल थी कि मैं महाराज के साथ कांग्रेस छोड़कर नहीं आई थी. 30 साल से मैं कांग्रेस में थी लेकिन आज मैं बीजेपी में महाराज के साथ आ गई तो मेरे दिल का बोझ उतर गया.'' जबकि आशा दोहरे ने कहा, ''महाराज जब कांग्रेस छोड़कर गए थे तब हम उनकी तकलीफ को नहीं समझ सके थे. हमें दुख हुआ था और महाराज को भी दुख हुआ था. लेकिन आज हम उसे तकलीफ को समझ सके हैं.''
इस मौके पर सिंधिया ने कहा कि किसी कारणवश यह लोग हमारे साथ नहीं आए थे लेकिन आज हमारे साथ आए हैं और बीजेपी में हम इनका स्वागत करते हैं.
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बता दें कि कांग्रेस के बड़े नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मार्च 2020 में बागवत करके मध्य प्रदेश की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार को गिरा दिया. कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए सिंधिया ने अपने समर्थक विधायकों की मदद से प्रदेश में बीजेपी की सरकार का गठन करवाया. बीजेपी आलाकमान ने इसके एवज में सिंधिया को राज्यसभा के रास्ते संसद में भेजा और अब वह केंद्र की मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं.
सर्वेश पुरोहित