रोजगार पर बहस बेसिरपैर की, हमारी नीतियों से करोड़ों को काम मिलाः पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र की 10-12 योजनाएं ऐसी हैं, जिसके आधार पर उन्होंने एनालिसिस किया है कि एक घर बनता है तो कितने पर्सन आवर्स को रोजगार मिलता होगा. पहले मैन आवर्स कहते थे, लेकिन अब जेंडर न्यूट्रल दुनिया हो गई है, तो अब पर्सन आवर्स बोलते हैं. 5 करोड़ पर्सन आवर्स वार्षिक नौकरी जेनरेट हुई है. अब ये आंकड़ा बहुत बढ़ा है.

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PM मोदी ने aajtak से कई मुद्दों पर चर्चा की. PM मोदी ने aajtak से कई मुद्दों पर चर्चा की.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 मई 2024,
  • अपडेटेड 11:53 PM IST

लोकसभा चुनाव के बीच aajtak ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सबसे सॉलिड इंटरव्यू लिया. इस  दौरान उन्होंने देश में अमीरी-गरीबी, रोजगार, वेड इन इंडिया समेत कई मुद्दों पर अपनी बात रखी.इंडिया टुडे ग्रुप के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल, मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप, मैनेजिंग एडिटर श्वेता सिंह और कंसल्टिंग एडिटर सुधीर चौधरी से बात करते हुए PM मोदी ने कहा कि पिछले 10 साल में जो माइक्रो फाइनेंस हुआ है, इस माइक्रो फाइनेंस के कारण भी रोजगार भी उपलब्ध हुए हैं.

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PM मोदी से पूछा गया कि देश में रोजगार बनाम लाभार्थी की बहस छिड़ी हुई है, कांग्रेस अपने न्यायपत्र में कह रही है कि 30 लाख नौकरियां देंगे. कांग्रेस का दावा है कि हम बेरोजगारी के मुद्दे को ज्यादा आक्रमक तरीके से डील कर रहे हैं, इस पर आपका क्या कहना है?

जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि अगर वो इतने ईमानदार हैं, जहां उनकी सरकार है, तो वहां उनके मुंह पर ताला क्यों लग जाता है. वहां क्यों नहीं बोलते. अगर रोजगार, सरकार का जिम्मा है तो यह भारत सरकार के साथ ही राज्य सरकार का जिम्मा भी है. ये सभी का जिम्मा है, मेरे हिस्से में तो बहुत कम जिम्मेदारी आएगी. फिर भी अगर वादे पूरे करने की बात आएगी. मेरे हिसाब से शायद कल ही रोजगार के रिकॉर्ड आए हैं, पिछले 10 साल में जो माइक्रो फाइनेंस हुआ है, इस माइक्रो फाइनेंस के कारण जो रोजगार उपलब्ध हुआ है, तो उसे आप रोजगार नहीं मानेंगे?

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देखें पूरा इंटरव्यू

पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र की 10-12 योजनाएं ऐसी हैं, जिसके आधार पर उन्होंने एनालिसिस किया है कि एक घर बनता है तो कितने पर्सन आवर्स को रोजगार मिलता होगा. पहले मैन आवर्स कहते थे, लेकिन अब जेंडर न्यूट्रल दुनिया हो गई है, तो अब पर्सन आवर्स बोलते हैं. 5 करोड़ पर्सन आवर्स वार्षिक नौकरी जेनरेट हुई है. अब ये आंकड़ा बहुत बड़ा है. इसके हिसाब से देखें तो पहले अगर 100 किलोमीटर रोड रोज बनता था, आज अगर 200 किलोमीटर बनता है तो मैनपावर लगा होगा या नहीं? 4 करोड़ गरीबों के घर बने हैं. 11 करोड़ टॉयलेट बने हैं. दुनिया में सबसे तेज गति से 5G रोलआउट हुआ. इसके लिए इन्फास्ट्रक्चर लगता है. पीएलएफएस के मुताबिक 6-7 साल में 6 करोड़ नए जॉब ऑन रिकॉर्ड दर्ज हुए हैं. ईपीएफओ में 10 साल में कवर होने वाले लोगों में 167 परसेंट बढ़ोतरी हुई है. मुद्रा लोन के तहत करीब 43 करोड़ लोन्स दिए गए. इसमें 70 परसेंट ऐसे हैं, जो पहली बार रोजगार कर रहे हैं. वे भी दूसरों को रोजगार दे रहे हैं.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे देश में रिक्रूटमेंट की प्रोसेस इतनी कठिन है कि विज्ञापन निकलेगा, डिपार्टमेंट दस्तावेज मांगेगा. किसी व्यक्ति को नौकरी का पता लगते-लगते पहले एक साल लग जाता था, मैंने इसे इतना छोटा कर दिया है कि आज ढाई-तीन महीने में फाइनल हो जाता है कि भर्ती करनी है तो ढाई-तीन महीने में प्रक्रिया पूरा करो. रोजगार पर मौजूदा बहस एक ऐसा विषय है जिसमें हाथ पैर नहीं हैं.

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पीएम मोदी से पूछा गया कि हाल ही में अंतराष्ट्रीय अर्थशास्त्रियों की एक रिपोर्ट आई, जिसमें कहा गया कि भारत में इनकम इनइक्वॉलिटी बढ़ रही है यानि जो लोग अमीर हैं, वह और अमीर होते जा रहे हैं, जो गरीब हैं वह और गरीब होते जा रहे हैं.  भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ इस वक्त K शेप में है कि ऊपर के लोग अमीर हो रहे हैं और नीचे लोग गरीब हो रहे हैं, आप इसे कैसे देखते हैं?

इस पर पीएम मोदी ने कहा कि इस देश में पहले ऐसा था कि सब गरीब थे. अब आप कहते हैं कि सब अमीर होने चाहिए, तो ये धीरे-धीरे ही होगा. रातोरात तो नहीं होगा. थोड़े लोग ऊपर आएंगे, वो नीचे वालों को ऊपर लाएंगे. वो और ऊपर आएंगे तो नीचे के लोग ऊपर जाएंगे. एक प्रोसेस होती है. या तो हम तय कर लें कि हम सब गरीब रहना चाहते हैं. हमें कोई जरूरत नहीं है. दूसरा रास्ता ये है कि हम कोशिश करें कि आगे बढ़ें. आज 10 आगे बढ़ेंगे, कल 100 बढ़ेंगे, फिर 500 बढ़ेंगे. आज ये हो रहा है. पहले हमारे देश में कुछ सैकड़ों स्टार्टअप थे, और सवा लाख हैं. पहले हवाई जहाज में बैठने वाले लोगों की संख्या कम थी, आज एक हजार नए हवाई जहाज का ऑर्डर देना पड़ा है. आज बद्रीनाथ, केदारनाथ की यात्रा के लिए जो लोग जा रहे हैं, वो संख्या करोड़ों में पहुंच गई है. भारत के लोग शादी के लिए विदेश में जा रहे हैं. अगर 5 ही अमीर लोग होते, तो इतनी शादी विदेश में कैसे करवाते. मैंने तो कहा भी था कि वेड इन इंडिया.

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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज बद्रीनाथ, केदारनाथ के लोगों की बड़ी इनकम हो गई. पहले रिलीजियस टूरिज्म था, अब उन्होंने वेडिंग के लिए उसके साथ थोड़ी फैसिलिटी बढ़ाई, तो ऑफ सीजन में उनको फायदा हुआ.

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