PM Modi Exclusive Interview: 'अगर बच्चा परीक्षा में 99 नंबर लाता है तो हम...', 400 पार के टारगेट पर बोले PM मोदी

PM Modi Exclusive Interview: पीएम मोदी ने आजतक को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बताया कि आखिर क्यों इस लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 400 पार का टारगेट सेट किया है. उन्होंने परीक्षा में आने वाले स्कोर के जरिए इसका गणित समझाया.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजतक को इंटरव्यू दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजतक को इंटरव्यू दिया है.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 17 मई 2024,
  • अपडेटेड 10:03 AM IST

लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी ने 400 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. आखिर ये लक्ष्य क्यों-कैसे तय किया गया और इसके पीछे का मकसद क्या है? इन सभी मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत की. पीएम मोदी ने यह भी बताया कि किस रणनीति के साथ बीजेपी '400 पार' के नारे को लेकर आगे बढ़ रही है.

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इंडिया टुडे ग्रुप के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल, मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप, मैनेजिंग एडिटर श्वेता सिंह और कंसल्टिंग एडिटर सुधीर चौधरी ने PM मोदी से देश के तमाम मुद्दों पर बात की.

'99 नंबर मिलने पर भी हम कोशिश करते हैं'

एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा, 'एक परिवार हमेशा अपने बच्चे से हर परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करता है. यदि किसी परिवार का बच्चा 90 नंबर हासिल करता है तो उसे अगली बार 95 नंबर प्राप्त करने के लिए कहा जाता है. यदि बच्चा 99 नंबर प्राप्त करता है तो उससे कहा जाता है कि 100 नंबर मिलना थोड़ा मुश्किल जरूर है, लेकिन चलो कोशिश करते हैं.' 

NDA गठबंधन को प्रेरित करना मेरा कर्तव्य: मोदी

पीएम मोदी ने कहा, '2019 के चुनावों के बाद से एनडीए और एनडीए प्लस के रूप में हमारे पास पहले से ही 400 सीटें थीं. तो फिर नेता के रूप में यह मेरा कर्तव्य है कि मैं उन्हें (गठबंधन सदस्यों को) बताऊं कि हमें (इस बार) 400 से आगे जाना है.'

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'पहले दूर थे, अब निकट आने की प्रतिस्पर्धा'

पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी बात की. उन्होंने रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास के बीच जारी लड़ाई का जिक्र करते हुए कहा, 'अब तक हम सोचते थे कि इससे (जंग से) हम इतने दूर हैं. उससे उतने दूर हैं. डिप्लोमेटिक भाषा में ऐसा चलता था. हम बराबर दूरी बनाए रखते थे. मेरी भाषा थी कि हम कितने निकट हैं? इससे दुनिया में स्पर्धा की शुरुआत हुई. सब लोगों में निकट आने की प्रतिस्पर्धा चल रही है.'

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