'बड़ी मछली मिली तो हमें ड्रॉप कर दिया...', NDA से अलग होने के सवाल पर बोले मुकेश सहनी

मुकेश सहनी ने एनडीए से किनारा करने के एक सवाल पर कहा कि जब उन्हें (बीजेपी को) बड़ी मछली मिल गई तो हमें ड्रॉप कर दिया. उन्होंने आजतक से बातचीत में कहा कि उनका राजनीति करने एक मकसद है और वो ये कि फिशर मैन कम्युनिटी को आरक्षण दिलाना है लेकिन (बीजेपी ने) वादा करके भी वादा पूरा नहीं किया.

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मुकेश सहनी मुकेश सहनी

राहुल कंवल

  • पटना,
  • 27 मई 2024,
  • अपडेटेड 9:55 PM IST

लोकसभा चुनाव में अब महज एक सातवां चरण रह गया है, जिसके लिए 1 जून को मतदान होंगे. आगामी आखिरी चरण में बिहार की आठ लोकसभा सीटों पर मतदान होना है. इससे पहले आजतक ने यहां की राजनीति में अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी से खास बातचीत की. वह कभी एनडीए का हिस्सा हुआ करते थे लेकिन इस चुनाव में वह राजद के साथ हैं.

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मुकेश सहनी से यह पूछे जाने पर कि वह पिछले साल गृह मंत्री अमित शाह के चॉपर में घूम रहे थे और इस बार तेजस्वी यादव के चॉपर में हैं तो दोनों में क्या फर्क है? मुकेश सहनी ने जवाब में कहा कि वह तेजस्वी यादव के साथ काम करने में ज्यादा सहज महसूस करते हैं, क्योंकि उनकी उम्र है.

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'बड़ी मछली मिलने पर हमें ड्रॉप कर दिया'

मुकेश सहनी ने कहा कि इस बार (बीजेपी को) पता चल जाएगा. मोदी जी को दो-दो बार बिहार में रात्रि विश्राम करना पड़ा है. गृह मंत्री बार-बार बिहार आ रहे हैं, आखिर क्यों? बीजेपी का बिहार में समीकरण बिगड़ चुका है और खासकर के अति पिछड़ा वोट का समीकरण बुरी तरह बिगड़ चुका है.

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नीतीश कुमार की एंट्री और एनडीए से किनारे किए जाने के एक सवाल पर मुकेश सहनी ने कहा कि, "उनको मेरी जरुरत महसूस नहीं हुई. मुझे उन्होंने ड्रॉप कर दिया. वे कह रहे थे कि आप हमारे (एनडीए के) साथ रहिए. आरक्षण के लिए लेटर भी भेजा था. गृह मंत्री जी ने भी कहा था कि इस बार शीतकालीन सत्र में उसे पटल पर लाया जाएगा. सीट भी अच्छा-खासा देने के मूड में थे लेकिन जब नीतीश कुमार (बड़ी मछली) की एंट्री हो गई तो हमें ड्रॉप कर दिया.

समुदाय को आरक्षण दिलाना मकसद

मुकेश सहनी ने कहा, हां, 2015 में गृह मंत्री के साथ था और उसके पीछे हमारा एजेंडा था, वो ये कि फिशर मैन कम्युनिटी को आरक्षण मिले. इसके लिए उन्होंने सहमति दी थी और कहा था कि हमें बिहार में मदद कीजिए और हम आपको दिल्ली में मदद करेंगे और यही वजह थी कि हमने उनका साथ दिया था. उन्होंने हमसे वादा किया था लेकिन वादे पर खड़े नहीं उतरे.

आजतक से मुकेश सहनी ने कहा कि उनका उद्देश्य फिशर मैन कम्युनिटी की आरक्षण दिलाना है और वह इसके लिए संघर्ष करते रहेंगे. उन्होंने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव उन्होंने एनडीए में रहकर लड़ा ताकि काम हो जाएगा और चार विधायक भी चुने गए. मंत्री पद भी मिला लेकिन कहा जा रहा है कि जाति वर्ग के लिए काम हो रही रहा है, लेकिन फिर भी हम अपने उद्देश्य पर कायम हैं.

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पॉलिटिकल ग्राउंड के सवाल पर क्या बोले मुकेश सहनी?

यह पूछे जाने पर कि क्या मुकेश सहनी का एक ही उद्देश्य अपने समुदाय को आरक्षण दिलाना है? उन्होंने जवाब में कहा कि पहला उद्देश्य तो यही है लेकिन अगर मुख्यमंत्री बनता हूं तो सभी 13 करोड़ लोगों के बारे में सोचूंगा. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एनडीए उन्हें अपने साथ जोड़े रखना चाहता था लेकिन वह एनडीए के साथ नहीं रहना चाहते थे.

मुकेश सहनी ने कहा, "हमने पहले साफ कर दिया था कि जब तक फिशर मैन कम्युनिटी को आरक्षण नहीं दिया जाता तबतक वह एनडीए का साथ नहीं देंगे. पॉलिटिकल ग्राउंड पर पूछे गए सवाल के जवाब में मुकेश सहनी ने कहा कि हम अच्छी मेहनत कर रहे हैं और जब नतीजे आएंगे तभी पता चलेगा. उन्होंने कहा कि ऐसे तो चुनाव में अच्छा समर्थन मिलता है, वरना 2020 में बीजेपी हमें 11 विधानसभा की सीटें नहीं देती.

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