अखिलेश यादव ने शुक्रवार को लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी कर दी है. अखिलेश ने शुक्रवार को जिन सात सीटों का एलान किया उसमें एक सीट टीएमसी को दी और 6 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे. इस सूची में उन्होंने 6 में से 5 दलितों को लोकसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है. चौंकाने की बात यह है कि अखिलेश यादव ने दो सामान्य सीटों से दलित चेहरे उतारे हैं.
मेरठ से समाजवादी पार्टी ने भानु प्रताप सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है जो पेशे से सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं और दलित एक्टिविस्ट हैं. इसके अलावा EVM के खिलाफ उन्होंने एक बड़ा कैंपेन भी छेड़ रखा है. अखिलेश यादव ने उन्हें मेरठ से अपना प्रत्याशी बनाया है.
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यशवीर सिंह को बिजनौर से दिया टिकट
यशवीर सिंह को भी अखिलेश यादव ने बिजनौर की सामान्य सीट से उतारा है. यशवीर सिंह दलित के धोबी बिरादरी से आते हैं और नगीना से पहले सांसद रह चुके हैं लेकिन इस बार अखिलेश यादव ने उन्हें नगीना की बजाय सामान्य सीट से उतार दिया.बताते चलें कि यशवीर सिंह पूर्व सांसद हैं और संसद में प्रमोशन में आरक्षण का बिल फ़ाड़ने के मामले में चर्चा में आए थे.
चंद्रशेखर को दिया झटका
सबसे बड़ा झटका चंद्रशेखर आजाद रावण को लगा है. हालांकि चंद्रशेखर को इसका अंदाजा हो चुका था की अखिलेश यादव उनकी सीट पर जरूर उम्मीदवार उतरेंगे. नगीना से अखिलेश यादव ने मनोज कुमार को उतारा है जो पूर्व जज (ADJ) हैं. हालांकि आज चंद्रशेखर आजाद रावण ने नगीना में अपना शक्ति प्रदर्शन भी किया लेकिन उनका कार्यक्रम खत्म होने के तुरंत बाद अखिलेश यादव ने मनोज कुमार को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया.
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समाजवादी पार्टी में हाथरस की सुरक्षित सीट से जसवीर वाल्मीकि और लालगंज से दरोगा सरोज को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. जबकि अलीगढ़ से अखिलेश यादव ने जाट उम्मीदवार को मैदान में उतारा है. सके अलावा ममता बनर्जी के प्रत्याशी ललितेश पति त्रिपाठी के लिए भी अखिलेश यादव ने भदोही की सीट छोड़ दी है.यानी पुराने कांग्रेसी औरअब टीएमसी उम्मीदवार ललितेश पति त्रिपाठी भदोही से चुनाव लड़ेंगे.
कुमार अभिषेक