वोटर खामोश लेकिन नेताओं के बड़े दावे, क्या कहता है छठे चरण का वोटिंग पैटर्न

लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरण की सात राज्यों की 59 सीटों पर रविवार को 64.30 फीसदी वोटिंग हुई. 2014 के आम चुनाव में इन 59 सीटों पर 64.95 फीसदी मतदान हुआ था. 2014 की तुलना में इस बार आधा फीसदी कम वोटिंग हुई है. जबकि 2014 में बीजेपी को जबरदस्त फायदा मिला था.

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प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो

कुबूल अहमद

  • नई दिल्ली,
  • 13 मई 2019,
  • अपडेटेड 10:49 AM IST

लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरण की सात राज्यों की 59 सीटों पर रविवार को 64.30 फीसदी वोटिंग हुई.  2014 के आम चुनाव में इन 59 सीटों पर 64.95 फीसदी मतदान हुआ था. 2014 की तुलना में इस बार आधा फीसदी कम वोटिंग हुई है. जबकि 2009 में इन्हीं 59 सीटों पर 55.71 फीसदी वोटिंग हुई थी. इस तरह से 2014 में 2009 से 9.24 फीसदी ज्यादा वोटिंग हुई थी.

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देश की कुल 543 लोकसभा सीटों में से अभी तक छह चरण में 384 लोकसभा सीटों पर चुनाव हो चुके हैं. अब महज 59 सीटें बची हुई हैं, जिन पर 19 मई को वोटिंग होगी. जबकि नतीजे 23 मई को आएंगे. वोटिंग पैटर्न को लेकर राजनीतिक दल अपने-अपने नजरिए से देख रहे हैं. हालांकि मतदातों की खामोशी नेताओं को बेचैन कर रही है.

छठे चरण के सात राज्यों की 59 सीटों पर चुनाव हुए हैं. वोटिंग पैटर्न को देखें तो 2014 में इन 59 सीटें में से बीजेपी को 44 सीट मिलीं, 4 पर उसके सहयोगी दलों को जीत मिली थी. कांग्रेस को महज 2 और टीएमसी को 8 सीटें मिली थी.

इससे साफ जाहिर है कि वोटिंग प्रतिशत में बढ़ोतरी को बीजेपी को जबरदस्त फायदा मिला था. 2014 में 9.24 फीसदी वोटिंग ज्यादा होने पर 59 सीटों में से बीजेपी को 32 सीटों का फायदा हुआ, जबकि कांग्रेस को 20 सीट का नुकसान उठाना पड़ा था. दरअसल 2009 में कांग्रेस के पास 59 में से 22 सीटें थी, जो 2014 में घटकर 2 पर आ गई थी. वहीं, बीजेपी के पास 2009 में 12 सीटें थी और 2014 में 32 सीटें के फायदे के साथ 44 पर पहुंच गई थी.

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2014 में बीजेपी को सबसे ज्यादा फायदा उत्तर प्रदेश में हुआ था. छठे चरण में सूबे की जिन 14 सीटों पर चुनाव हुए हैं, 2014 में इनमें से 13 सीटें बीजेपी को मिली थी और एक सीट सपा को मिली थी. जबकि इस इलाके में कांग्रेस और बसपा का खाता भी नहीं खुल सका था. इस बार उत्तर प्रदेश में 54.74 फीसदी मतदान हुआ है.

दिल्ली की सात सीटों पर 60.21 फीसदी वोटिंग हुई है. जबकि 2014 में 65.1 फीसदी वोटिंग हुई थी. इस तरह से करीब पांच फीसदी वोटिंग कम हुई है. 2014 में बीजेपी सभी सात सीटें जीतने में कामयाब रही. जबकि 2009 में कांग्रेस ने सभी सीटों पर जीत दर्ज की थी.

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