कोरबा लोकसभा सीट: छत्तीसगढ़ की 'पावर कैपिटल' पर है सभी दलों की नजर

Korba Loksabha constituency 2019 लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है. छत्तीसगढ़ की 'पावर कैपिटल' कहे जाने वाले कोरबा की लोकसभा सीट को जीतने के लिए सभी दल पूरी कोशिश करेंगे.

Advertisement
कोरबा लोकसभा सीट(फोटो-Goodle map) कोरबा लोकसभा सीट(फोटो-Goodle map)

राहुल झारिया

  • नई दिल्ली,
  • 14 फरवरी 2019,
  • अपडेटेड 5:30 PM IST

छत्तीसगढ़ की कोरबा लोकसभा सीट सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित है. कोरबा जिले का गठन 25 मई, 1998 को किया गया था. यह एक आदिवासी बहुसंख्यक जिला है जो छत्तीसगढ़ के उत्तर-मध्य भाग में स्थित है. कोरबा छत्तीसगढ़ राज्य की पावर कैपिटल कही जाती है. यह जिला बिलासपुर संभाग के अंतर्गत आता है और मुख्य रूप से आदिवासी द्वारा संरक्षित जनजाति कोरवा (पहाड़ी कोरवा) का बसाया हुआ है. इस सीट से वर्तमान सांसद बंशीलाल महतो हैं. बीजेपी ने म‍हतो का टिकट काटकर ज्योति नंद दुबे को इस बार मैदान में उतारा है.

Advertisement

राजनीतिक पृष्ठभूमि

परिसीमन नियम लागू होने के बाद 2008 में कोरबा निर्वाचन क्षेत्र अस्तित्व में आया. 2009 का चुनाव कांग्रेस ने जीता था जबकि 2014 में बीजेपी को जीत मिली.

छत्‍तीसगढ़ राज्‍य की स्‍थापना 1 नवंबर 2000 को मध्‍य प्रदेश के 16 जिलों को मिलाकर की गई. इसके बनाए जाने के पीछे मुख्‍य आधार छत्तीसगढ़ी बोलने वाले जिले थे. छत्तीसगढ़ में कुल पांच संभाग रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा व और बस्तर हैं. राज्य में कुल 27 जिले हैं, जो मिलकर 90 विधानसभा क्षेत्रों के अंतर्गत आते हैं.

इस राज्‍य में 11 लोकसभा और 5 राज्‍यसभा सीटें आती हैं. यह क्षेत्रफल के हिसाब से देश का दसवां सबसे बड़ा राज्‍य है. फिलहाल राज्‍य की राजधानी रायपुर है, जिसे बदलकर नया रायपुर किया जाना प्रस्‍तावित है. 28 मिलियन से ज्‍यादा की जनसंख्‍या के साथ ये राज्‍य देश में 17वें स्‍थान पर आता है. राज्‍य में मुख्‍यत: बीजेपी और कांग्रेस ही है.

Advertisement

सामाजिक ताना-बाना

हंसदेव और अहिरन नदियों के संगम के किनारे स्थित कोरबा हरे-भरे जंगलों से ढका हुआ है. कोरबा को अक्सर छत्तीसगढ़ का औद्योगिक केंद्र भी कहा जाता है. कोयला और पानी जैसे बिजली उत्पादन के लिए आवश्यक सभी आवश्यक कच्चे माल से जिला अपने आपमें समृद्ध है. यहां चार थर्मल पावर प्लांट NTPC, KTPS, BALCO & BCPP, DSPM, CSEB ईस्ट, CSEB वेस्ट हैं. ये चारों मिलकर 3650 मेगावाट बिजली पैदा करते हैं.

इनके अलावा माचाडोली (बांगो) में स्थित एक हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर स्टेशन है. जिले में कोयला भी प्रचुर मात्रा में है. कोल इंडिया लिमिटेड के तहत SECL कंपनी की कोरबा जिले में कई बड़ी खदानें हैं. साथ ही सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादन करने वाली बाल्को (भारत एल्युमिनियम कंपनी) भी यहां स्थित है.

इस लोकसभा सीट पर 2014 में पुरुष मतदाताओं की संख्या 725,821 थी, जिनमें से 546,046 ने वोटिंग में भाग लिया. वहीं पंजीकृत 693,789 महिला वोटर्स में से 506,674 महिला वोटर्स ने भाग लिया था. इस तरह कुल 1,419610 मतदाताओं में से कुल 1,052,720 ने चुनाव में अपनी हिस्सेदारी तय की. इस चुनाव में कुल मतदाता 1423729 अपने सांसद को चुनेंगे.

कोरबा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आठ विधानसभा सीट आती हैं. इनमें भरतपुर-सोनहत(एसएसटी), रामपुर(एसएसटी), पाली- तानाखार(एसएसटी), मनेन्द्रगढ़, कोरबा, मरवाही(एसएसटी), बैकुंठपुर और कटघोरा शामिल हैं.

Advertisement

2014 के चुनावों में कोरबा सीट की स्थिति

बंशीलाल महतो          बीजेपी     439002    41.7%

चरणदास महंत          कांग्रेस    434737    41.3%

2009 के चुनावों में कोरबा सीट की स्थिति

चरण दास                   कांग्रेस     314616    42.2%

करुणा शुक्ला              बीजेपी    293879     39.41%

सांसद का रिपोर्ट कार्ड

इस सीट से वर्तमान सांसद बंशीलाल महतो हैं. 30 जून 1940  को जन्मे बंशीलाल महतो पेशे से मेडिकल प्रैक्टिशनर और किसान है. उन्होंने बीएएमएस आयुर्वेदाचार्य की डिग्री प्राप्त की है. उनकी पत्नी का नाम कौशल्या देवी महतो है और उनके परिवार में दो बेटे और दो बेटियां है.

विकास कार्यों पर सांसद निधि से कुल खर्च

जनवरी, 2019 तक mplads.gov.in पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, बीजेपी सांसद बंशीलाल महतो ने अभी तक अपने सांसद निधि से क्षेत्र के विकास के लिए 25.36 करोड़ रुपए में से 22.47 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. उन्हें सांसद निधि से अभी तक 23.67 करोड़ (ब्याज के साथ) मिले हैं. इनमें से 1.20 करोड़ रुपए अभी खर्च नहीं किए गए हैं. उन्होंने जारी किए जा चुके रुपयों में से 97.88 फीसदी खर्च किया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement