प्रियंका की राजनीति में हुई एंट्री से निपटने के लिए बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में कमर कस ली है. भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह बूथ लेवल कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद कर जमीनी स्तर पर इसके खिलाफ रणनीति तैयार करने में जुटे हैं. बीजेपी संगठन के सूत्रों के मुताबिक अमित शाह का पूरा प्लान तैयार है. 30 जनवरी से 10 फरवरी के बीच अमित शाह उत्तर प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में बूथ लेवल कार्यकर्ताओं की 6 मीटिंग करेंगे.
हर मीटिंग में तकरीबन 25000 कार्यकर्ता जुटेंगे, जिन्हें अमित शाह जीत का मंत्र देंगे. अपने उत्तर प्रदेश के कार्यक्रम के दौरान अमित शाह तकरीबन डेढ़ लाख बूथ कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे. इस दौरान वो बूथ लेवल के माइक्रोमैनेजमेंट पर जोर देंगे. 'मेरा बूथ सबसे मजबूत' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ नमो ऐप चैट पर यह मंत्र दिया था जिसे बीजेपी संगठन स्तर पर एक बड़ा स्वरूप देने जा रही है. अमित शाह का प्लान कुछ इस कदर तैयार किया गया है कि वह बूथ लेवल के तमाम कार्यकर्ताओं से सीधे रूबरू होंगे और 'मेरा बूथ सबसे मजबूत' को मंत्र मानकर काम करेंगे.
प्रियंका की राजनीति में एंट्री और साथ-साथ उत्तर प्रदेश की कमान मिलने के बाद बीजेपी के भीतर खलबली दिखाई देने लगी है, हालांकि बीजेपी ऊपरी तौर पर इसे परिवारवाद कह रही है, लेकिन पार्टी को मालूम है कि प्रियंका का आना बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती साबित होने जा रही है.
बीजेपी के मीडिया संपर्क प्रमुख नवीन श्रीवास्तव ने आजतक से बातचीत में बताया कि अमित शाह का कार्यक्रम पूरी तरीके से "मेरा बूथ सबसे मजबूत" पर केंद्रित है और अलग-अलग क्षेत्रों में बूथ कार्यकर्ताओं से उनका सीधा संवाद होगा. नवीन श्रीवास्तव के मुताबिक बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं की बदौलत परिवारवाद का मुकाबला कर लेगी.
कुमार अभिषेक