प्रयागराज: उड़ान से रोका तो अब सड़क मार्ग से योगी को चुनौती देंगे अखिलेश

Akhilesh Yadav Vs Yogi Adityanath उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा तेज कर दिया है. विमान की उड़ान रोकने के बाद अब अखिलेश यादव सड़क के रास्ते प्रयागराज जाएंगे.

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Akhilesh Yadav (File Pic) Akhilesh Yadav (File Pic)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 14 फरवरी 2019,
  • अपडेटेड 8:15 AM IST

लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच सियासी लड़ाई चरम पर है. प्रयागराज जाने से रोके जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला दिया है, विमान को उड़ान न भरने देने के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री सड़क के रास्ते प्रयागराज का रुख करेंगे. अखिलेश यहां प्रदर्शन करते हुए घायल हुए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे.

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अखिलेश यादव को इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र संघ के एक कार्यक्रम में शामिल होना था, लेकिन जब वह लखनऊ एयरपोर्ट से प्रयागराज के लिए रवाना होने लगे तो उनके निजी विमान को रोक लिया गया. इसके बाद से ही समाजवादी पार्टी आग बबूला है, धर्मेंद्र यादव की अगुवाई में प्रयागराज में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया.

इस दौरान धर्मेंद्र यादव चोटिल हुए, बुधवार को उन्होंने इस मुद्दे को लोकसभा में भी उठाया. साथ ही राज्यसभा में भी इसको लेकर हंगामा हुआ था. अब आज अखिलेश यादव सड़क के रास्ते प्रयागराज जाएंगे, यहां पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिलने के अलावा वह कुंभ में संतों से भी मुलाकात करेंगे.

समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल इस मामले में बुधवार को राज्यपाल राम नाईक से भी मिला था, इसके अलावा प्रदेश के कई हिस्सों में सपा कार्यकर्ता योगी सरकार के खिलाफ सड़क पर भी उतरे.

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गौरतलब है कि प्रयागराज जाने से रोकने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि योगी सरकार उनसे इतना डर गई है कि वह उन्हें एक समारोह में शामिल होने से रोक रही है. जैसे ही यह खबर फैली, कई पार्टी कार्यकर्ता और नेता हवाई अड्डे की तरफ निकल पड़े.

हालांकि, योगी आदित्यनाथ से जब इस मसले पर जवाब मांगा गया तो उन्होंने कहा कि क्योंकि अभी प्रयागराज में कुंभ चल रहा है, इसलिए वहां पर कानून व्यवस्था के बिगड़ने का खतरा था. इसके अलावा यूनिवर्सिटी की ओर से भी कार्यक्रम को मंजूरी नहीं मिली थी.

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