'हवाला केस में फंसे करीबी का हाल पूछने गए थे अहमद पटेल, नहीं थी छापेमारी की जानकारी'

आयकर विभाग का कहना है कि एसएम मोइन ने ही हवाला के 20 करोड़ रुपये कांग्रेस दफ्तर में पहुंचाए थे. इसी शक में IT ने दिल्ली, एनसीआर, भोपाल, इंदौर और गोवा में छापेमारी की. बताया जा रहा है कि करीब 300 अधिकारियों ने ये सर्च ऑपरेशन चलाया और 52 ठिकानों पर रेड मारी.

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कांग्रेस नेता अहमद पटेल कांग्रेस नेता अहमद पटेल

कुमार विक्रांत

  • नई दिल्ली,
  • 09 अप्रैल 2019,
  • अपडेटेड 9:23 AM IST

लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक पहले कांग्रेस के कई नेताओं के करीबियों पर छापेमारी तेज हो गई है. पहले मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी के घर छापे पड़े और सोमवार रात कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल के करीबी भी इस घेरे में आ गए. आरोप लगा कि कांग्रेस के पास करीब 20 करोड़ रुपये की रकम हवाला के जरिए आई है. अब इस मामले में अहमद पटेल के करीबी सूत्र ने पूरी जानकारी दी है.

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करीबी सूत्र के दावे के मुताबिक, ‘अहमद पटेल पार्टी के कोषाध्यक्ष हैं और जिसके घर आयकर विभाग ने छापा मारा वह एसएम मोइन उनका ही चीफ अकाउंटेंट है. सोमवार को वह पूरे दिन ऑफिस नहीं आया था, बताया गया कि वह बीमार है. अहमद पटेल शाम को उनके घर हालचाल लेने पहुंचे तो उन्हें छापेमारी की कोई जानकारी नहीं थी. उन्हें वहां पर जाने से भी किसी ने रोका नहीं था.’

अहमद पटेल वहां करीब 10 मिनट तक रुके, लेकिन बाद में छापेमारी हुई क्या हुआ उन्हें इसके बारे में पूछताछ नहीं है. अहमद पटेल के सूत्र ने कहा कि कांग्रेस किसी तरह के हवाला से ताल्लुक नहीं रखती है, इस तरह की बातें चुनाव से पहले कौन फैला रहा है इसका मालूम नहीं है.

बता दें कि सोमवार को जब आयकर विभाग की टीम राजधानी दिल्ली की गीता कॉलोनी में मोईन के घर छापेमारी के लिए पहुंची तो उनके साथ मीडियाकर्मी भी मौजूद थे. तभी लोकल लोगों ने वहां पर हंगामा किया और कई मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी की.

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दरअसल, आयकर विभाग का कहना है कि एसएम मोइन ने ही हवाला के 20 करोड़ रुपये कांग्रेस दफ्तर में पहुंचाए थे. इसी शक में IT ने दिल्ली, एनसीआर, भोपाल, इंदौर और गोवा में छापेमारी की. बताया जा रहा है कि करीब 300 अधिकारियों ने ये सर्च ऑपरेशन चलाया और 52 ठिकानों पर रेड मारी.

इस मामले से पहले आयकर विभाग ने मध्य प्रदेश में छापेमारी की थी, जिसमें कमलनाथ के करीबी का नाम आया था. मध्य प्रदेश की छापेमारी में करीब 281 करोड़ से अधिक की संपत्ति बरामद की गई थी. कांग्रेस पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर चुनाव से पहले विपक्ष की आवाज़ दबाने का आरोप लगाया है.

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