भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी तुष्टिकरण की नहीं बल्कि संतुष्टिकरण की राजनीति करती है. चेन्नई में आयोजित इंडिया टुडे कॉन्क्लेव साउथ 2021 में जेपी नड्डा ने यह बात कही.
जेपी नड्डा ने इस दौरान चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनावों में बीजेपी की रणनीति और नीति पर बात की. उन्होंने कहा कि बीजेपी हर चुनाव को महत्वपूर्ण मानती है.
जेपी नड्डा ने कहा कि हम विकास के मुद्दों पर आक्रामक तरीके से काम कर रहे हैं. इन विधानसभा चुनावों में हम पश्चिम बंगाल में सरकार बनाने जा रहे हैं. असम में हमारी सत्ता बनी रहेगी. तमिलनाडु में एनडीए जीत हासिल करेगी. पुडुचेरी में सरकार बनाएंगे और केरल में हम अच्छा करेंगे.
सबरीमाला पर सीपीएम-यूडीएफ का रुख संदिग्ध
केरल चुनाव की चर्चा करते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि सबरीमाला पर सीपीएम और यूडीएफ का रुख संदिग्ध रहा है. केवल बीजेपी अपने रुख पर लगातार कायम रही है. सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान की रक्षा करने और विरासत की रक्षा करने को लेकर हमारा रुख साफ रहा है.
जेपी नड्डा ने कहा कि केरल विधानसभा में हमारा वोट शेयर 5 फीसदी से बढ़कर 16 फीसदी हो गया है. वहीं लोकसभा में यह बढ़कर 19 फीसदी पर पहुंच गया है. केरल में किसी भी सीट पर, जब हम जीतने की स्थिति में आते हैं, तो LDF-UDF के बीच समझौता हो जाता है और वे हमें एक साथ हराने की कोशिश करते हैं.
बीजेपी नेता ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, 'वे तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं और संतुष्टिकरण की राजनीति करते हैं. तुष्टिकरण की राजनीति का जल्दी जवाब आ सकता है लेकिन संतुष्टिकरण की राजनीति का फाइल और स्थायी जवाब आता है.' उन्होंने कहा कि हम केरल में बेहतर करने जा रहे हैं.
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