राहुल पर वार-देवगौड़ा के प्रति प्यार, PM मोदी ने एक तीर से साधे दो निशाने

चुनावी रैली में उन्होंने एच डी देवगौड़ा का जिक्र करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर पूर्व प्रधानमंत्री के अपमान का आरोप लगाया.

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नरेंद्र मोदी-देवगौड़ा-राहुल गांधी नरेंद्र मोदी-देवगौड़ा-राहुल गांधी

अनुग्रह मिश्र

  • नई दिल्ली,
  • 01 मई 2018,
  • अपडेटेड 6:43 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कर्नाटक के उडुपी में एक जनसभा को संबोधित किया. पीएम मोदी ने अपने भाषण में कर्नाटक की जनता के सामने एक तीर से दो निशाने साधने का काम किया. चुनावी रैली में उन्होंने एच डी देवगौड़ा का जिक्र करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर पूर्व प्रधानमंत्री के अपमान का आरोप लगाया.

प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा ने दिल्ली में जब भी वक्त मांगा, मैं उनसे मिला. देवगौड़ा जब घर आते हैं तो मैं उनकी गाड़ी का दरवाजा खोलकर उनका स्वागत करता हूं. जब वे जाते हैं तो मैं उनको गाड़ी में बैठा कर आता हूं. वे हमारे राजनीतिक विरोधी हैं, लेकिन वे हमारे सम्मानीय नेताओं में से एक हैं.

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पीएम ने कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष चुनावी सभाओं में देवगौड़ा जी का कैसे उल्लेख कर रहे थे, ये आपका अहंकार है. अभी तो आपके करियर की शुरुआत हुई है. आप उन्हें अपमानित करते हैं. अभी आपकी जिंदगी की शुरुआत है, उनके आने वाले दिन कितने बुरे हो सकते हैं, आप सोच सकते हैं.

दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष ने कर्नाटक में एक चुनावी रैली के दौरान देवगौड़ा की पार्टी जनता दल सेक्युलर (JDS) को बीजेपी की बी टीम बताया था. इस पर पलटवार करते हुए देवगौड़ा ने भी कहा था कि यह वक्त तय करेगा, कौन किसकी बी टीम है. बता दें 2004 में बीजेपी और जेडीएस मिलकर कर्नाटक में सरकार बना चुके हैं.

मोदी के बयान के मायने

पीएम मोदी जानते हैं कि अगर चुनावी नतीजों में बीजेपी बहुमत का आंकड़ा नहीं छू पाती है तो देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस किंगमेकर बन सकती है. तमाम ओपिनियन पोल के मुताबिक कर्नाटक में किसी भी पार्टी को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है. इंडिया टुडे के पोल में कांग्रेस को 90 से 101 सीट और बीजेपी को 78 से 86 सीट मिलने की संभावना है. वहीं जेडीएस को 34-43 सीट मिलने की संभावना है.

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ऐसे में अगर त्रिशंकु विधानसभा रहती है तो बीजेपी को बहुमत के लिए जेडीएस का सहारा लेना पड़ सकता है. यही वजह है कि चुनावी रैलियों में पीएम मोदी कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर तो लगातार हमले कर रहे हैं लेकिन दूसरे अहम विपक्षी दल जेडीएस और उनके नेताओं के प्रति नरम रवैया अपना रहे हैं.

क्या रहेगा जेडीएस का रुख

ओपनियन पोल के बाद जेडीएस के मुख्य प्रवक्ता दानिश अली कह चुके हैं कि जेडीएस कर्नाटक में कांग्रेस और बीजेपी दोनों के खिलाफ चुनाव लड़ रही है. उन्होंने कहा कि जेडीएस राष्ट्रीय स्तर पर गैर बीजेपी और गैर कांग्रेसी खेमे की बात करती रही है और देशभर में दोनों राष्ट्रीय दलों से इतर एक फ्रंट तैयार कर रहे हैं. उनका कहना है कि पोल में स्थानीय पार्टी को हमेशा कमतर आंका जाता रहा है लेकिन नतीजे में जेडीएस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है.

पिछले चुनाव के नतीजे

साल 2013 के विधानसभा चुनाव में राज्य की कुल 224 सीटों में से कांग्रेस ने 122 जीती थीं जबकि बीजेपी और जेडीएस ने 40-40 सीटों पर कब्जा किया था. बीजेपी से बगावत कर चुनाव लड़ने वाले बीएस येदियुरप्पा की केजेपी महज 6 सीटें जीत सकी थी. इसके अलावा अन्य को 16 सीटें मिली थीं. हालांकि बाद में येदियुरप्पा दोबारा से बीजेपी के साथ आ गए. बता दें कि 225 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के लिए 224 सीटों पर एक ही चरण में मतदान 12 मई को होगा. 15 मई को वोटों की गिनती की जाएगी.

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