बिहार में मुख्य चुनाव अधिकारी एच श्रीनिवासन के मुताबिक इस बार करीब 34 हजार पोलिंग स्टेशन बढ़े हैं जिस वजह से राउंड भी बढ़ गए हैं. कुछ सीटों पर 24 राउंड में गिनती हो रही है जबकि कुछ में 51 राउंड की गिनती होनी है. श्रीनिवासन ने इसके साथ ही दावा किया है कि दोपहर साढ़े 12 बजे तक सिर्फ 20 फीसदी वोट ही गिने गए हैं.
बिहार के मुख्य चुनाव अधिकारी ने दावा किया है कि इस बार अंतिम नतीजे आने में शाम के 6-7 बज सकते हैं. अभी तक 80 लाख के करीब वोट गिने गए हैं, जबकि कुल वोटों की संख्या 4.10 करोड़ वोट है.
एच श्रीनिवासन ने आगे कहा कि क्योंकि इस बार पोलिंग सेंटर की संख्या बढ़ी है और कोरोना संकट की वजह से सतर्कता बरती जा रही है इसलिए देरी हो रही है.
12 बजे तक गिने गए 80 लाख वोट
चुनाव आयोग की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक दोपहर 12 बजे तक करीब 80 लाख वोट गिने जा चुके थे. इनमें सबसे ज्यादा वोट बीजेपी को हासिल हुए हैं जबकि दूसरे नंबर पर आरजेडी है और जेडीयू तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. जानकारी के मुताबिक बीजेपी को 15 लाख 89 हजार वोट मिले थे जबकि आरजेडी को 18 लाख 28 हजार वोट हासिल हुए. वहीं जेडीयू 12 लाख 56 हजार वोट लेकर तीसरी बड़ी पार्टी बन गई है.
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुतबाकि कांग्रेस को 7 लाख 29 हजार वोट मिले हैं. एलजेपी के हिस्से में 4 लाख 92 हजार वोट आए हैं. 1 लाख 56 हजार मतदाताओं ने आरएलएसपी के उम्मीदवारों के पक्ष में वो किया है. वहीं बिहार में एक लाख 44 हजार मतदाओं ने नोटा का विकल्प चुना है.
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ओवैसी की एआईएमआईएम को कुल 66 हजार वोट मिले हैं. बीएसपी को एक लाख 48 हजार वोट हासिल हुए हैं. सीपीआई को 50 हजार और सीपीएम को 37 हजार वोट मिले. जबकि अन्य के हिस्से में 14 लाख 76 हजार वोट प्राप्त हुए हैं.
कोरोना प्रोटोकाल के चलते परिणामों में हो सकती है देरी
बिहार में मतगणना को लेकर चुनाव आयोग ने कड़ी व्यवस्था की है. इस साल चुनाव आयोग कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए काफी एहतियात बरत रहा है. इस बार कोरोना को ध्यान में रखते हुए कई चीजें बदली गई हैं. इसी वजह से इस बार चुनाव परिणामों में देरी के आसार हैं.
बता दें कि चुनाव आयोग के निर्देश के मुताबिक काउंटिंग टेबल पर ले जाने से पहले ईवीएम की कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट को सैनिटाइज किया जाएगा. वहीं इस बार वोटिंग के दौरान मतदाताओं की संख्या कंट्रोल करने के लिए बूथों की संख्या भी काफी बढ़ाई गई थी जिस वजह से भी चुनाव परिणाम आने में देरी हो रही है.
इसके अलावा कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट की डी सीलिंग और चुनाव परिणाम को प्रदर्शित करने के लिए मतगणना स्थल की हर टेबल पर एक ही मतगणनाकर्मी मौजूद रहेगा. चुनाव आयोग की तरफ से मतगणना में शामिल होने वाले सभी लोगों के लिए फेस मास्क अनिवार्य किया गया है.
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