पश्चिम बंगाल में जारी चुनावी लड़ाई अब हर दिन के साथ और धारदार होती जा रही है. भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के बीच सीधी जंग होती दिखाई दे रही है और इस बार चुनावी जंग में धर्म का तड़का लग चुका है. भाजपा जहां टीएमसी को जय श्री राम के नारे पर घेरती आई है, वहीं अब ममता बनर्जी की पार्टी ने अब भाजपा को दुर्गा-सरस्वती के नाम पर घेर लिया है.
राम बनाम दुर्गा के खेल में फंसी भाजपा?
दरअसल, बीते दिनों इंडिया टुडे के कॉन्क्लेव में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने देवी दुर्गा को लेकर नया इतिहास गढ़ दिया. उन्होंने कहा कि भगवान राम को राजा का दर्जा दिया जाता है, इसलिए रामराज्य की कल्पना है. लेकिन दुर्गा के साथ ऐसा नहीं होता है. बस इसी मसले पर अब टीएमसी आक्रामक हो गई है और इसे बंगाल, महिला का अपमान बता दिया है.
ये सच्चाई है कि बंगाल में दुर्गा पूजा सबसे बड़ा त्योहार है, देवी दुर्गा बंगाल के लोगों के दिल में बसती हैं. ऐसे में टीएमसी ने दिलीप घोष के बयान को हाथों-हाथ लपक लिया. ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने तो चुनावी मंच से इस बयान को महिलाओं के अपमान से जोड़ लिया.
जय श्री राम के नारे से बैकफुट पर आई तृणमूल कांग्रेस देवी दुर्गा को लेकर फ्रंटफुट पर आ गई है. तो बीजेपी को सफाई पर उतरना पड़ा. बंगाल बीजेपी ने ट्वीट कर तृणमूल पर ही दिलीप घोष के बयान को तोड़मोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया. मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाकर ममता को घेरने वाली बीजेपी अब बंगाल में राम बनाम दुर्गा में फंस गई है.
गौरतलब है कि हाल ही में बंगाल के दौरे पर गए गृह मंत्री अमित शाह ने भी यहां जय श्री राम के नारे पर आवाज बुलंद की थी और कहा था कि चुनाव खत्म होते-होते ममता बनर्जी भी जय श्री राम बोलेंगी.
सरस्वती पूजा से पहले दिलचस्प हुई जंग
मंगलवार को सरस्वती पूजा होनी है और इससे पहले बंगाल के पंडालों में सियासी रंग दिखने लगा है. बंगाल में पहले दुर्गा पूजा पर सियासत हुई, और अब सरस्वती पूजा पर सियासत सिर चढ़ कर बोल रही है. टीएमसी का प्लान है कि राज्य में सजे सरस्वती पूजा के पंडालों के जरिए लोगों के दिल में उतरा जाए और बीजेपी को पटखनी दी जाए.
यहां हुगली में ही 18 विधानसभा सीटों पर टीएमसी ने सरस्वती पूजा की जिम्मेदारी ली है. ऐसे में कुल 125 जगहों पर पूजा की तैयारी है. हुगली से टीएमसी सांसद अपरूपा पोद्दार खुद मां का मंडप सजा रही हैं. लेकिन टीएमसी का दावा है कि ये तो हर साल होता रहा है, हर साल इसी जोश-खरोश के साथ सरस्वती पूजा मनाई जाती रही है.
सरस्वती पूजा को लेकर बीजेपी ने टीएमसी की पूजा को चुनावी स्टंट करार दिया है. बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी का आरोप है कि ये सब दिखावा है. अब तक तो पूजा के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ता था.
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