राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई और मुख्यमंत्री पद का चेहरा माने जा रहे तेजस्वी यादव को खुली चुनौती दी है। तेज प्रताप ने खुद को लालू यादव का असली उत्तराधिकारी बताते हुए सामाजिक न्याय को लेकर तेजस्वी पर तंज कसा है। उन्होंने हाजीपुर की महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का एलान करते हुए कहा, "टिकट तो हम लड़ेंगे आर जेडी टिकट नहीं देगा तो निर्दल ही लड़ जाएंगे।" पहले तेजस्वी को 'जयचंद' लोगों से बचने की सलाह देने वाले तेज प्रताप अब सीधे उन्हें ही निशाने पर ले रहे हैं। कृष्ण-अर्जुन की यह जोड़ी अब टूटती दिख रही है, जिससे चुनाव से पहले आरजेडी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। यह पारिवारिक और राजनीतिक जंग बिहार की सियासत में एक नए तूफान का संकेत दे रही है।