बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का चुनावी दंगल तेज़ हो गया है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव प्रमुख चेहरे हैं. एनडीए ने महिलाओं को 10-10 हजार रुपये और जीएसटी में राहत जैसे वादे किए हैं, जबकि तेजस्वी यादव हर परिवार को एक सरकारी नौकरी देने के वादे पर कायम हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार में चार दीपावली मनाने का दावा किया है. नीतीश कुमार दसवीं बार मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड बनाने की कोशिश में हैं, वहीं तेजस्वी यादव, चिराग पासवान और अन्य छोटे दल चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर रहे हैं. इस चुनाव में योगी आदित्यनाथ, प्रशांत किशोर और असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेता भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. तेजस्वी यादव ने 'गिरगिराने वाला मुख्यमंत्री नहीं' का बयान दिया है, जबकि नीतीश कुमार अपने विकास कार्यों पर भरोसा कर रहे हैं. प्रशांत किशोर की जन सुराज और ओवैसी का गठबंधन मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहा है, जिससे एनडीए और महागठबंधन दोनों के समीकरण प्रभावित हो सकते हैं. यह रिपोर्ट बिहार की जनता के मुद्दों और चुनावी वादों की हकीकत का विश्लेषण करती है.