भोजपुरी गायक-अभिनेता और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता खेसारी लाल यादव बिहार के चुनावी मैदान में हैं. खेसारी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की प्राथमिकताओं पर एक तीखी टिप्पणी की है. उन्होंने राम मंदिर निर्माण की जरूरत को स्वीकार करते हुए भी रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे बुनियादी मुद्दों पर अधिक ध्यान देने की मांग की.
खेसारी लाल यादव ने सत्ताधारी दल को सीधी चुनौती देते हुए कहा, ''मेरे कहने का मतलब ये था कि राम मंदिर बनना जरूरी है, लेकिन क्या अस्पताल बनाना जरूरी नहीं है? क्या रोजगार जरूरी नहीं है? क्या शिक्षा जरूरी नहीं है?''
उन्होंने जोर देकर कहा कि मंदिर लोगों के भविष्य का निर्धारण नहीं कर सकते हैं.आप हर जगह मंदिर बनाइए, लेकिन क्या मंदिर हमारे बच्चों का भविष्य तय करेंगे? अगर मंदिर हमारे बच्चों का भविष्य तय करते हैं, तो मैं चाहूंगा कि आप बिहार में 200 मंदिर बनाकर दिखाइए कि आपने कितने बच्चों का भविष्य तय किया है... भगवान हमारे हृदय और भक्ति में बसते हैं, मंदिरों में तो बस एक मूर्ति होती है. तो सब कुछ बनाइए. सिर्फ मंदिर क्यों?...
'NDA सिर्फ नफरत और सनातन की बात करता है'
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RJD नेता ने NDA सरकार पर 20 साल से सत्ता में रहने के बावजूद औद्योगिक विकास न करने और नफरत फैलाने का आरोप लगाया. कहा कि लोगों को अभी रोजगार चाहिए और NDA कभी रोजगार की बात नहीं करता. वो हमेशा हिंदुत्व और सनातन धर्म, मंदिर-मस्जिद, भारत-पाकिस्तान की बात करता है.
उन्होंने नफरत फैलने का कारण बेरोजगारी को बताया. कहा कि नफरत इसलिए फैलती है क्योंकि लोग बेकार बैठे हैं..."
खेसारी ने दावा किया कि 20 साल से NDA की सरकार है और एक भी कारखाना नहीं लगा. उन्होंने बिहार के युवाओं के पलायन का दर्द बयान करते हुए कहा कि हमें घर से दूर जाने के लिए ट्रेनें मिलती हैं, लेकिन परिवार के साथ रहने वाली नौकरियां नहीं.
RJD नेता आखिर में कहा, "हम पैसे नहीं मांग रहे. हमें काम दो. हम कमाएंगे और अपने बच्चों का पालन-पोषण करेंगे. लेकिन ये हमें कभी काम नहीं देते."
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