'गाय को राज्यमाता का दर्जा', महाराष्ट्र में चुनाव से पहले शिंदे सरकार का बड़ा फैसला

महाराष्ट्र सरकार ने गाय को राज्यमाता का दर्जा दे दिया है. यह बड़ा कदम चुनाव से पहले उठाया गया है. सरकार ने कैबिनेट बैठक में यह फैसला सुनाते हुए कहा कि वैदिक काल से भारतीय संस्कृति में देशी गाय की स्थिति, मानव आहार में देशी गाय के दूध की उपयोगिता रही है.

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सांकेतिक तस्वीर. सांकेतिक तस्वीर.

दीपेश त्रिपाठी

  • मुंबई,
  • 30 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 3:18 PM IST

महाराष्ट्र में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री एकनाश शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. राज्य सरकार ने गाय को राज्यमाता का दर्जा दे दिया है. यह आदेश महाराष्ट्र की महायुती सरकार ने जारी कर दिया है. बता दें कि आज महाराष्ट्र सरकार की कैबिनेट मीटिंग हुई थी, जिसमें यह फैसला लिया गया है.

यह फैसला जारी करते हुए कहा गया कि वैदिक काल से भारतीय संस्कृति में देशी गाय की स्थिति, मानव आहार में देशी गाय के दूध की उपयोगिता, आयुर्वेद चिकित्सा, पंचगव्य उपचार पद्धति तथा जैविक कृषि प्रणालियों में देशी गाय के गोबर एवं गोमूत्र के महत्वपूर्ण स्थान को ध्यान में रखते हुए देशी गायों को अब से 'राज्यमाता गोमाता' घोषित करने की मंजूरी दी गई है.

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दो दिन पहले EC की टीम ने किया था दौरा

बता दें कि चुनाव आयोग की टीम 28 सितंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए महाराष्ट्र के दो दिवसीय दौरे पर पहुंची थी. दो दिवसीय दौरे के दौरान निर्वाचन आयोग की टीम ने कई राजनीतिक दलों और अधिकारियों के साथ अहम बैठक कीं. चुनाव आयोग ने बताया कि महाराष्ट्र में 26 नवंबर से पहले चुनाव कराना होगा, क्योंकि नवंबर में महाराष्ट्र विधानसभा कार्यकाल खत्म हो रहा है.

चुनाव आयोग ने प्रेस कांफ्रेंस कर दी थी जानकारी

महाराष्ट्र की स्थिति की समीक्षा करने के बाद चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव की तैयारियों के बारे में जानकारी भी दी थी. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया था पिछले दो दिनों में राष्ट्रीय और राज्य स्तर के सभी राजनीतिक दलों से मुलाकात की गई. सभी कानून प्रवर्तन अधिकारियों संग बैठक की गई. हमने उन्हें कई निर्देश दिए हैं.

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