राजस्थान में लगातार ये कंप्लेन मिल रही थी कि टीचर क्लासेज में मोबाइल फोन बहुत ज्यादा यूज करते हैं. इन्हीं शिकायतों का संज्ञान लेकर प्रदेश के शिक्षा विभाग ने अध्यापकों को पढ़ाते समये मोबाइल नहीं यूज करने के लिए कह दिया है.
विभाग ने साथ में ये भी कहा है कि अब मोबाइल के इस्तेमाल पर रोक के बावजूद यदि कोई अध्यापक अपनी कक्षा में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता हुआ पाया जाता है तो स्कूल प्रभारी उसके खिलाफ तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकता है.
स्कूल शिक्षा की संयुक्त निदेशक देवलता ने भाषा को बताया कि यदि किसी भी स्कूल में शिक्षक द्वारा कक्षा कक्ष में मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया जाता है तो शिक्षक व संस्था प्रधान के खिलाफ नियमानुसार विभागीय कार्रवाई की जाएगी. इस आदेश में शाला प्रधानों से कहा गया है कि वे अपने विद्यालय के कर्मचारियों का विद्यालय समय में मोबाइल बंद करवाना सुनिश्चित करें.
इससे पहले साल 2017 में हरियाणा के सरकारी स्कूलों में भी शिक्षकों पर क्लास में मोबाइल फोन ले जाने पर बैन लगा था. यहां कहा गया था कि अगर शिक्षण कार्य के लिए मोबाइल लेकर जाना भी पड़े तो इसके लिए पहले स्कूल मुखिया से मंजूरी लेकर बकायदा विशेष रजिस्टर में दर्ज करना होगा.
हरियाणा में इसी तरह की शिकायतें मिल रहीं थी कि कई शिक्षक कक्षाओं में बच्चों को पढ़ाने की बजाय फोन पर व्यस्त रहते हैं. परीक्षा परिणाम खराब होने का इसे बड़ा कारण बताया गया. इस पर विभाग ने सख्ती दिखाते हुए सभी को अपना मोबाइल स्टाफ रूम या स्कूल मुखिया द्वारा निर्धारित किसी स्थान पर रखने को कहा गया.
मानसी मिश्रा