प्रयागराज: चौथे अटेंप्ट में क्लियर किया UPSC, किसान के बेटे ने पाई 34वीं रैक, भाई-भाभी को दिया सफलता का श्रेय

UPSC AIR 34: अभि जैन एक साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता महेंद्र जैन किसान हैं और मां सुनीता जैन गृहिणी हैं. अभि अपने इस सफर में अपने बड़े भाई विपुल जैन और भाभी संजोली को बेहद महत्वपूर्ण मानते हैं. उन्होंने बताया कि भाई ने न केवल वित्तीय सहायता दी, बल्कि हर कठिन समय में उन्हें हौसला और मार्गदर्शन भी दिया. विपुल जैन इस समय ऑस्ट्रेलिया में आईटी सेक्टर में कार्यरत हैं.

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आनंद राज

  • भोपाल,
  • 23 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 10:10 AM IST

UPSC Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा घोषित सिविल सेवा परीक्षा 2024 के नतीजों में भोपाल के अभि जैन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अखिल भारतीय स्तर पर 34वीं रैंक हासिल की है. मौजूदा समय में अभि जैन प्रयागराज के प्रवर डाक अधीक्षक (SSP) के पद पर तैनात हैं. अब वह जल्द ही एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी के रूप में देश की सेवा करेंगे.

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भोपाल निवासी अभि जैन एक साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता महेंद्र जैन किसान हैं और मां सुनीता जैन गृहिणी हैं. अभि अपने इस सफर में अपने बड़े भाई विपुल जैन और भाभी संजोली को बेहद महत्वपूर्ण मानते हैं. उन्होंने बताया कि भाई ने न केवल वित्तीय सहायता दी, बल्कि हर कठिन समय में उन्हें हौसला और मार्गदर्शन भी दिया. विपुल जैन इस समय ऑस्ट्रेलिया में आईटी सेक्टर में कार्यरत हैं.

यह पहली बार नहीं है जब अभि जैन ने UPSC में सफलता प्राप्त की हो.  
- 2021 में उन्होंने 324वीं रैंक हासिल की थी, और इसके बाद उन्हें गाजियाबाद में ट्रेनिंग करने का अवसर मिला.  
- 2022 की परीक्षा में उन्हें रक्षा विभाग में नियुक्ति मिली थी, लेकिन उन्होंने वह पद जॉइन नहीं किया.  
- 2023 में वे मुख्य परीक्षा (मेंस) तक पहुंचे, लेकिन साक्षात्कार (इंटरव्यू) में सफल नहीं हो पाए.  
- लेकिन 2024 में उन्होंने न केवल परीक्षा पास की, बल्कि देश की शीर्ष 50 रैंक में शामिल होकर IAS अधिकारी बनने का अपना सपना साकार किया.

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जैसे ही परिणाम आया, प्रयागराज स्थित डाक विभाग कार्यालय में खुशी की लहर दौड़ गई. साथी कर्मचारी और वरिष्ठ अधिकारी उन्हें बधाइयां देने लगे. अभि जैन ने कहा कि कुंभ मेले के दौरान प्रयागराज में सेवा का अवसर उन्हें मिला, वह अनुभव उनके लिए सीख और सेवा भावना का प्रतीक रहा. अभि जैन का यह सफर उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है, जो बार-बार की असफलताओं से टूट जाते हैं. उन्होंने यह साबित कर दिया कि धैर्य, मेहनत और परिवार के सहयोग से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है. अभि जैन कहते हैं, "अगर परिवार का साथ और आत्मविश्वास बना रहे, तो कोई मंज़िल दूर नहीं होती."

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