UPSC Topper: देश सेवा के लिए उत्कर्ष ने US में छोड़ा 29 लाख का पैकेज, UPSC ने उम्मीदों को दिया पंख

UPSC Topper Utkarsh Kumar: उत्कर्ष बताते हैं कि IIT से जॉब छोड़ कर आना परिवार के लिए एक झटके के समान था, लेकिन परिवार मेरे साथ खड़ा रहा उनकी सफलता की मूल वजह रही. हजारीबाग के सुरेश कॉलोनी के गिरजानगर निवासी उत्कर्ष कुमार ने AIR रैंक 55 पाई है.

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Utkarsh Topper AIR 55 Utkarsh Topper AIR 55

aajtak.in

  • नई दिल्‍ली,
  • 25 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 3:42 PM IST
  • उत्कर्ष को यूपीएससी में 55वीं रैंक हासिल हुई है
  • उत्कर्ष ने IIT में भी 5वीं रैंक हासिल की थी

UPSC Topper Utkarsh Kumar: अमेरिका की कम्पनी में 29 लाख के सालाना पैकेज पर काम करना उत्कर्ष को नहीं भाया और उन्‍होंने देशसेवा के जज्‍़बे को प्राथमिकता देते हुए यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. देश के लिए कुछ करने के जुनून और मेहनत का फल ये हुआ कि उत्कर्ष को यूपीएससी में 55वीं रैंक हासिल हुई है.

झारखंड के हजारीबाग के सुरेश कॉलोनी के गिरजानगर निवासी उत्कर्ष कुमार ने AIR रैंक 55 पाई है. उत्कर्ष कुमार जूनियर इंजीनियर महेश कुमार वर्णवाल के बेटे हैं. वहीं उत्कर्ष की मां जिला स्कूल में टीचर हैं.
 
उत्कर्ष ने IIT में भी 5वीं रैंक हासिल की थी. उन्होंने हजारीबाग के डीएवी स्कूल से 10 वीं तक की पढ़ाई की है. उत्कर्ष शुरू से ही प्रतिभाशाली और समाजसेवी सोच के रहे हैं. जरूरत पड़ने पर कई बार रक्तदान कर लोगों की जान भी बचाई है. उत्कर्ष की सफलता पर उनके पिता फूले नहीं समा रहे हैं और बस इतना कहते हैं की उत्कर्ष के मेहनत को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता. उन्‍होंने कहा, "शुरू से ही यह काफी प्रतिभाशाली था और हमें उम्मीद थी की उत्कर्ष कुछ बड़ा करेगा."
 
उत्कर्ष बताते हैं कि IIT से जॉब छोड़ कर आना परिवार के लिए एक झटके के समान था, लेकिन परिवार मेरे साथ खड़ा रहा उनकी सफलता की मूल वजह रही. वह आगे कहते हैं कि हजारीबाग शिक्षा के लिए काफी बेहतर जगह है और अगर मुझे प्रशासनिक पदाधिकारी के रूप में झारखंड में कार्य करने का मौका मिले तो मैं हजारीबाग के लिए कई क्षेत्रों में कार्य करना चाहूंगा."

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उन्होंने यह भी बताया कि IIT में उनकी समाज के विकार के प्रति जो सोच थी, उसे पूरा करना थोड़ा मुश्किल दिख रहा था इसलिए इस क्षेत्र में आकर वह समाज को कुछ देना चाहते हैं और यही कारण है कि उन्होंने जी तोड़ मेहनत की और यह मुकाम हासिल किया है.

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