किसी ने खूब लिखा है, 'कामयाबी लिखी है किस्मत में तो बस मंजिल की तरफ बढ़ते रहिये, फर्क नहीं पड़ता कि आप पैदल चल रहे हैं या हवाई जहाज से'. कामयाबी की ऐसी ही मिसाल कश्मीर की तीन बच्चों की मां ने पेश की है. कश्मीर की सबरीना उन सभी महिलाओं के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं जो शादी और फिर बच्चे होने के बाद अपने सपनों से मुंह मोड़ लेती हैं. उन्होंने करीब 8 साल पहले पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते पढ़ाई छोड़ दी थी लेकिन आज उन्होंने न सिर्फ दोबारा पढ़ाई शुरू की बल्कि क्लास में टॉप किया है.
दरअसल, सबरीना उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के बटेरगाम इलाके में रहती हैं. उनकी शादी साल 2014 में हुई थी जिसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी. लेकिन उन्होंने हाल ही में जारी हुए कश्मीर 10वीं बोर्ड परीक्षा में टॉप किया है. मंगलवार को घोषित किए गए 10वीं कक्षा की द्विवार्षिक परीक्षा में टॉप करके विवाहित महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं.
उन्होंने 500 में से 467 अंक प्राप्त किए हैं, जो कश्मीर घाटी में सबसे अधिक 93.4 प्रतिशत हैं. उन्होंने गणित, उर्दू, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के चार विषयों में ए1 ग्रेड हासिल की है. इंडिया टुडे से बात करते हुए सबरीना ने कहा, "2014 में शादी के बाद पढ़ाई छोड़ दी लेकिन मैं पढ़ाई जारी रखने के लिए उत्सुक थी, मेरे पति और सास ने भी मुझे आगे पढ़ने के लिए काफी सपोर्ट किया. पिछले साल से मेने दोबारा पढ़ाई शुरू की."
सबरीना ने इंडिया टुडे को बताया कि शादी के बाद महिलाओं के ऊपर बहुत सारी जिम्मेदारियां होती हैं लेकिन अगर किसी शादीशुदा महिला को ससुराल वालों का सहयोग मिले तो इससे महिलाओं को ताकत मिलती है.
अशरफ वानी