Savarkar in MP Board: मध्य प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है कि अब एमपी बोर्ड के सिलेबस में विनायक दामोदर सावरकर की जीवनी पढ़ाई जाएगी. राज्य सरकार का यह फैसला विधानसभा चुनावों से ठीक पहले लिया गया है. स्कूल शिक्षामंत्री इंदर सिंह परमार ने इस फैसले की जानकारी दी.
शिक्षामंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत देश के महापुरुषों के बारे में पढ़ाने, उनके चरित्र और जीवनी को बच्चों के कोर्स में सम्मिलित करने के उद्देश्य से यह फैसला लिया गया है. इसी कड़ी में बच्चे अब वीर सावरकर की जीवनी स्कूली पाठ्यक्रम के तौर पर पढ़ेंगे.
कांग्रेस पर लगाया गलत इतिहास पढ़ाने का आरोप
उन्होंने यह भी कहा कि भारत की संस्कृति और भौगोलिक दृष्टि के बारे में जवाहरलाल नेहरू का चिंतन विकृत था. इसी कारण से देश में कांग्रेस भटक गई. सावरकर आजादी के आंदोलन के बड़े स्तंभ रहे हैं. अंग्रेज उनसे भयभीत रहते थे. उन्हें एक जन्म में दो आजीवन कारावास की सजा मिलीं. किसी कांग्रेसी को ऐसी सजा मिली हो बताएं.
उन्होंने आगे कहा, 'कांग्रेस ने महाराणा प्रताप, शिवाजी, विक्रमादित्य सबका अपमान किया है. भारतीय जनता पार्टी आजादी के आंदोलन में शामिल क्रांतिकारियों जैसे सुखदेव, राजगुरु, भगत सिंह सब के बारे में सही इतिहास बताएगी. कांग्रेस बताए एक लुटरा अकबर महान था महाराणा प्रताप.
हमारी समिति तय कर रही है किस महापुरुरुष के जीवन के किस हिस्से को किस पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए, ताकि सही और पूरा इतिहास बढ़ाया जा सके. कांग्रेस को केवल यूनानी लुटेरों का इतिहास दिखता है. हम बच्चों को सही इतिहास बताएंगे.
कांग्रेस ने किया पलटवार
सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस के विधायक आरिफ मसूद ने कहा, 'बीजेपी के पास कुछ बचा नहीं है इसलिए यह मुद्दा लेकर आई है. किसानों और युवाओं के साथ छल किया, लाड़ली बहना योजना फ्लॉप हो गई, इसीलिए अब सावरकर की बात कर रह हैं. '
उन्होंने कहा, 'सारी दुनिया जानती है सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी और वो चिट्ठी भी सोशल मीडिया में वायरल हुई थी, तो वो वीर कैसे हुए. बहुत जल्द इनकी सरकार जा रही है और हमारी सरकार आई तो सावरकर तो बिलकुल नहीं पढ़ाये जाएंगे.
रवीश पाल सिंह