कोचिंग नगरी कोटा इन दिनों प्रचंड गर्मी की चपेट में है. वर्तमान में चल रही हीट-वेव की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए लू-ताप घात के प्रभाव से कोचिंग छात्र-छात्राओं को सुरक्षित रखने के लिए कोटा जिले में स्थित समस्त कोचिंग संस्थानों को निर्देशित किया गया है कि संस्थानों में दोपहर 12:00 से 3:00 बजे के मध्य किसी भी प्रकार की कोचिंग गतिविधियों का संचालन नहीं करें .
कोचिंग संस्थानों को कहा गया है कि वो कोचिंग क्लास का समय दोपहर 12:00 बजे से पहले और दोपहर 3:00 बजे के बाद रखना सुनिश्चित करें. साथ ही शैक्षणिक गतिविधियों के समय राज्य स्तरीय हीट-वेव एडवाइजरी की पूर्ण पालन किया जाना सुनिश्चित करवाया गया है.
कोटा जिला कलेक्टर ने तपती गर्मी से बच्चों को राहत देने के लिए कोचिंग संस्थानों को निर्देशित किया है कि दोपहर 12:00 बजे से पहले और 3:00 के बाद ही कोचिंग के बच्चों के क्लास का समय रखें. दोपहर 12 से 3 के बीच टेंपरेचर 47 से 48 रह रहा है और इस बीच अगर कोचिंग क्लास के लिए बच्चे निकलते हैं तो लू-ताप से बीमार होने की संभावना रहती है. इस समस्या को मद्देनजर रखते हुए कलेक्टर ने बच्चों को लू-ताप से बचाने और वह बीमार ना हो इसे देखते हुए यह आदेश कोचिंग संस्थानों को दिए हैं, ताकि बच्चे सुरक्षित रहें.
कोचिंग नगरी में सुबह 6 से 1:00 बजे तक छात्राओं की क्लास चलती है. इसके बाद दोपहर 1:00 बजे से रात 8:00 बजे तक छात्रों की क्लास चलती है, अब टाइम में तब तक बदलाव किया जाएगा, जब तक टेंपरेचर कम नहीं हो जाता और गर्मी से राहत नहीं मिल जाती है. दोपहर 12 से 3 के बीच कोई कोचिंग क्लास नहीं होगी बच्चे हॉस्टल में ही रहेंगे ताकि लू-ताप से बच सकें.
कोटा में गर्मी का आलम यह है कि टेंपरेचर 47 से 48 है और सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. अगर किसी को कोई जरूरी काम नहीं होता तो लोग घरों से नहीं निकलते दिख रहे हैं. दोपहर 12:00 से 3:00 बजे तक के बीच टेंपरेचर 47 से 48 है और साथ ही गर्म हवा चल रही है तो लोग घरों में ही रहना जरूरी समझ रहे है. वहीं, स्कूली बच्चों के लिए पहले भी प्रशासन ने आदेश निकाल दिए थे कि पहली कक्षा से आठवीं कक्षा तक के बच्चों का समय 11:00 तक ही रहेगा पर अब कोचिंग के बच्चों के लिए भी प्रशासन ने यह आदेश दिए हैं. इन दिनों यहां की धूप में तपन इतनी है कि आप 1 मिनट के लिए भी खड़े नहीं रह सकते.
चेतन गुर्जर