जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने नव नियुक्त केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से उनके आवास पर मुलाकात की. विश्वविद्यालय से संबंधित मामलों पर चर्चा के लिए शिक्षामंत्री के साथ कुलपति की यह पहली बातचीत थी.
कुलपति ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि शिक्षामंत्री हाल के दिनों में जामिया की गतिविधियों और उपलब्धियों से अच्छी तरह वाकिफ हैं. उन्होंने शिक्षण और अनुसंधान के लिए विश्वविद्यालय के योगदान के बारे में कई उत्साहजनक शब्द कहे. शिक्षामंत्री ने विशेष रूप से सराहना की कि जामिया ने एनआईआरएफ और अन्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग में अपनी स्थिति में सुधार किया है. उन्होंने अनुसंधान के लिए विज़िटर अवार्ड के लिए एक जामिया संकाय के चयन पर भी बधाई दी.
बता दें कि विश्वविद्यालय से प्रधानमंत्री अनुसंधान फैलोशिप (पीएमआरएफ) पुरस्कार विजेताओं 8 में से 7 लड़कियां हैं, जो छात्राओं को सशक्त बनाने में विश्वविद्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका का संकेत है. प्रो. अख्तर ने कहा कि उनके अनुरोध पर शिक्षामंत्री जो कि कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री भी हैं, उन्होंने जामिया को कौशल विकास तथा उद्यमिता प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए एक 'हब' के रूप में विकसित करने के विचार पर सहमति व्यक्त की.
इन कौशल विकास कार्यक्रमों को संभावित नियोक्ताओं के परामर्श से और बाजार की जरूरतों के अनुसार डिजाइन किया जाएगा. भारत और विदेशों में छात्रों की रोजगार की संभावनाओं में सुधार के लिए विदेशी भाषा सीखना भी पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा. कुलपति ने आशा व्यक्त की कि शिक्षामंत्री के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में जामिया राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के उद्देश्यों को साकार करने में सक्षम होगा.
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