प्लीज, मम्मी-पापा का ट्रांसफर...चर्चा में है दो बेट‍ियों का PM मोदी को ल‍िखा ये इमोशनल लेटर

पापा का ट्रांसफर कराने का एक अनोखा तरीका सामने आया है. जयपुर में दो बच्चियां अपने चाचा-चाची के यहां रहकर पढ़ाई करती हैं और उनके माता-पिता भी अलग रहते हैं क्योंकि दोनों को नौकरी करनी है. ऐसे में ट्रांसफर कराने के लिए बच्चियों ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है.

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Sisters wrote letter to PM Modi for thier parents transfer Sisters wrote letter to PM Modi for thier parents transfer

संदीप मीणा

  • जयपुर,
  • 27 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 7:27 PM IST

कई शोध बताते हैं कि छोटी उम्र में माता-पिता के बिना रहना बच्चों की मानसिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव डालता है. कई माता-पिता छोटे शहरों कस्बों में पोस्ट‍िंंग होने पर बच्चों को रिश्तेदारों के यहां रखकर इसलिए पढ़ाते हैं ताकि बच्चे अच्छी जगहों से पढ़ लें. मजबूरन उन्हें नौकरी के लिए एक शहर से दूसरा शहर बदलना पड़ता है. ऐसे में बच्चे अपने मम्मी-पापा को बहुत मिस करते हैं और यही सोचते हैं कि वे उनके साथ कब रहेंगे, कितने दिन और उन्हें रिश्तेदारों के यहां रहकर पढ़ना पड़ेगा. ऐसी ही कहानी जयपुर में रह रही 12 वर्षीय अर्चिता और अर्चना की है. दोनों बहनों अपने माता-पिता के साथ रहकर पढ़ाई करना चाहती हैं, जिसके लिए उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है.

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बेट‍ियों ने लिखा पीएम मोदी को पत्र

अर्चना और अर्चिता भी चाहती हैं कि उनके पिता जयपुर आकर उनके साथ रहें, इसलिए दोनों बहनों ने पीएम मोदी को पत्र भेजा. पत्र में उन्होंने लिखा कि माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी मेरा नाम अर्चिता और मेरी बहन का नाम अर्चना है. हम दोनों की आयु 12 वर्ष है. हम दोनों दिल्ली पब्लिक स्कूल, बांदीकूई में कक्षा 7वीं की छात्रा हैं. हम दोनों अपने चाचा-चाची के साथ रहते हैं. हमारे पिताजी का नाम श्री देवपाल मीना तथा मातादी का नाम श्रीमती हेमतला कुमारी मीना है. हमारे पिताजी पंचायक समिति चौहटन में सहायक लेखाधिकारी के पद पर काम करते हैं. तथ हमारी माताजी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, देवडा ब्लॉक, समदडी (बालोतरा) में अध्यापिका (लेवल-2, विषय-हिंदी) के पद पर काम करती है.

पीएम योजनाओं का किया पत्र में जिक्र

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पत्र में आगे लिखा कि हम दोनों बहनों को अपने माता-पिता की बहुत याद आती है तथा उनके बिना हमारा पढ़ाई करने का भी मन नहीं करता. हम दोनों चाहते हैं कि हमारे माता-पिता का स्थानांतरण जयपुर, राजस्थान हो जाए. और हम भी जयपुर अपने माता-पिता के साथ रहना चाहते हैं और वहां पढ़ाई करना चाहते हैं. हमने आपके कई अभियान जैसे- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, सुकन्या समृध्दि योजना आदि सुने और देखे हैं. और हमें उनसे बहुत प्रेरणा मिली है. हमें भी हमारे माता-पिता के साथ रहना है और उनका नाम रोशन करना है. कृपया आप हमारे माता-पिता का स्थानातरण जगतपुरा, जयपुर कर दीजिए. हम आपके अत्यंत आभारी रहेंगे. पत्र के बाद दोनों बहनों ने धन्यवाद कर अपना नाम भी लिखा है.

पत्र के साथ बनाया चित्र

बच्चियां चाहती हैं कि उनके पापा का ट्रांसफर जयपुर करवा दिया जाए ताकि उनका पूरा परिवार साथ में रहे. पीएम मोदी तक यह पत्र पहुंचा है या नहीं, इसकी अभी कोई जानकारी नहीं है. पत्र के साथ-साथ दोनों बहनों ने अपने मम्मी पापा और अपने चित्र में बनाए हैं, जिसमें यह भी लिखा है कि वे अपनी मम्मी-पापा से कितने किलोमीटर दूर हैं.  चित्र के अनुसार, पापा चौहटन में रहते हैं और उससे 130 किलोमीटर दूर मम्मी समदड़ी में रहती हैं. इनसे 646 किलोमीटर दूर जयपुर में दोनों बेटिंयां रहती हैं.

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