Interim Budget 2024: अब MBBS के लिए नहीं होगी मारामारी, खुलेंगे और नए मेडिकल कॉलेज, बनेगी समिति

Interim Budget 2024: अंतरिम बजट में मेडिकल कॉलेजों का जिक्र करते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा हमारी सरकार विभिन्न विभागों के तहत मौजूदा अस्पताल के बुनियादी ढांचे का उपयोग करके अधिक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की योजना बना रही है.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 1:34 PM IST

Interim Budget 2024: देश में डॉक्टर बनने का सपना देख रहे युवाओं के लिए अंतरिम बजट 2024 में बड़ी घोषणा की है. वित्त मंत्री निर्मला सीतमारमण ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले संसद में अंतरिम बजट 2024 पेश करते हुए कहा कि सरकार मेडिकल फील्ड में करियर बनाने की चाह रखने वाले युवाओं के लिए बड़ा कदम उठाएगी. बहुत सारे युवा चाहते हैं कि वो डॉक्टर बनें और देश के नागरिकों चिकित्सा सेवाएं प्रदान करें. उनके लिए केंद्र सरकार और अध‍िक चिकित्सा महाविद्यालय खोलेगी.

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अंतरिम बजट में मेडिकल कॉलेजों का जिक्र करते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कई युवा क्वालीफाईड डॉक्टर बनकर बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से हमारे लोगों की सेवा करना चाहते हैं. हमारी सरकार विभिन्न विभागों के तहत मौजूदा अस्पताल के बुनियादी ढांचे का उपयोग करके अधिक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की योजना बना रही है. इस उद्देश्य के लिए मुद्दों की जांच करने और प्रासंगिक सिफारिशें करने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा.

वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए 'जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान' का नारा दिया. हमारी सरकार इस और आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही है. 

इससे पहले भी केंद्र सरकार देश में मेडिकल एजुकेशन के क्षेत्र में हुए महत्वपूर्ण विकास की जानकारी दे चुकी है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बीते साल जुलाई में एक आयोजन के दौरान बताया था कि 9 साल के कार्यकाल में मोदी सरकार ने 262 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए हैं. उन्‍होंने बताया था कि 2014 से पहले देश में कुल 380 मेडिकल कॉलेज थे. हालांकि, सरकार के केंद्रित प्रयासों से, 262 नए मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं, जो इच्छुक मेडिकल प्रोफेश्‍नल्स के लिए अवसर प्रदान करते हैं और स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों की कमी को दूर करते हैं.

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9 साल में मोदी सरकार ने बनाए 15 AIIMS
धर्मेंद्र प्रधान ने देश भर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की संख्या बढ़ने पर कहा था कि जहां कांग्रेस के शासन के दौरान केवल एक AIIMS बनाया गया था, वहीं वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने 6 AIIMS का निर्माण किया. उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की मोदी सरकार की प्रतिबद्धता के कारण पिछले 9 वर्षों में 15 नए AIIMS समर्पित किए गए.

7 IITs, 16 IIITs और 15 AIIMS 
देशभर में 7 नए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IITs), 16 IIIT (ट्र‍िपल आईटी ) और 390 यूनिवर्सिटीज बनाई गईं. इसके अलावा 15 ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज  (AIIMS) खोले गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि बहुत सारे युवा चाहते हैं कि वो डॉक्टर बनें और देश के लिए स्वास्थ्य सेवाएं दे सकें. इसके लिए और अध‍िक चिकित्सा महाविद्यालय बनेंगे, सबसे पहले एक समिति बनाई जाएगी जो कि इसका निर्धारण करेगी. अंतरिम बजट पेश करते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि स्किल इंडिया ने 1.4 करोड़ युवाओं को ट्रेनिंग दी जा चुकी है. 

कम होगा स्टूडेंट्स का कॉम्पिटिशन का प्रेशर
मोशन एजुकेशन के फाउंडर एंड सीईओ नितिन विजय ने कहा कि वित्त मंत्री का पूरे भारत में नए मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का प्रस्ताव और इसके लिए एक समर्पित समिति का गठन सराहनीय कदम है. यह कदम निश्चित रूप से महत्वाकांक्षी चिकित्सा पेशेवरों के लिए कई अवसर पैदा करेगा, एक अधिक अनुकूल शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देगा और वर्तमान में छात्रों द्वारा सामना किए जाने वाले प्रतिस्पर्धी दबाव को कम करेगा. उन्होंने कहा कि मेडिकल एजुकेशन तक बढ़ी हुई पहुंच प्रदान करके, हम डॉक्टरों की भावी पीढ़ियों को सशक्त बना सकते हैं और राष्ट्र के लिए एक उज्जवल स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य में योगदान दे सकते हैं.

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