Gujarat University: हमले के बाद विदेशी छात्र दूसरे हॉस्टल में श‍िफ्ट, पूर्व सैन्यकर्मी तैनात करने के निर्देश

विश्वविद्यालय ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों को तीन दिनों के भीतर एनआरआई (अनिवासी भारतीय) छात्रों के लिए बने एक अलग छात्रावास में स्थानांतरित करने का फैसला किया है और सुरक्षा एजेंसियों को अपने छात्रावास ब्लॉकों की सुरक्षा मजबूत करने के लिए पूर्व सेना कर्मियों को तैनात करने का भी निर्देश दिया है. 

Advertisement
विदेशी छात्रों पर हमले की जांच के लिए बनाई गईं 9 टीमें विदेशी छात्रों पर हमले की जांच के लिए बनाई गईं 9 टीमें

aajtak.in

  • अहमदाबाद ,
  • 18 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 2:57 PM IST

गुजरात  यूनिवर्सिटी के विदेशी छात्रों पर उनके हॉस्टल में हमले की घटना के बाद उन्हें नये हॉस्टल श‍िफ्ट किया गया है. इसके अलावा विदेशी छात्रों के लिए एक सलाहकार समिति बनाई गई हे. यूनिवर्सिटी ने सुरक्षा एजेंसियों को हॉस्टल ब्लॉक की सुरक्षा मजबूत करने के लिए पूर्व सेना कर्मियों को तैनात करने का निर्देश दिया है. 

एक अधिकारी ने सोमवार को न्यूज एजेंसी को बताया कि गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास में नमाज पढ़ने को लेकर अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर हमले के बाद अधिकारियों ने उन्हें एक नए छात्रावास में स्थानांतरित करने का फैसला किया है और एक विदेशी छात्र सलाहकार समिति का गठन किया है. अधिकारी ने आगे बताया कि विश्वविद्यालय ने सुरक्षा एजेंसियों को अपने छात्रावास ब्लॉकों की सुरक्षा मजबूत करने के लिए पूर्व सेना कर्मियों को तैनात करने का भी निर्देश दिया गया है. 

Advertisement

बता दें कि इस मामले में हितेश मेवाड़ा और भरत पटेल के रूप में पहचाने गए दो व्यक्तियों को रविवार को गिरफ्तार किया गया था. बताया जा रहा है कि विभिन्न विदेशी देशों के छात्रों पर (सरकारी) गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास में नमाज पढ़ने के लिए व्यक्तियों के एक ग्रुप द्वारा हमला किया गया था जिसमें इन दोनों की भी भूमिका रही है. 

कुलपति नीरजा गुप्ता ने बताया कि पुलिस ने अन्य आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास तेज कर दिए हैं. गुजरात विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने स्टडी इन एब्रॉड प्रोग्राम के समन्वयक और एनआरआई छात्रावास वार्डन को तत्काल प्रभाव से बदल दिया है. विश्वविद्यालय ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों को तीन दिनों के भीतर एनआरआई (अनिवासी भारतीय) छात्रों के लिए बने एक अलग छात्रावास में स्थानांतरित करने का फैसला किया है और सुरक्षा एजेंसियों को अपने छात्रावास ब्लॉकों की सुरक्षा मजबूत करने के लिए पूर्व सेना कर्मियों को तैनात करने का भी निर्देश दिया है. 

Advertisement

गुप्ता ने कहा कि गुजरात विश्वविद्यालय ने एक विदेशी छात्र सलाहकार समिति भी गठित की है, जिसमें विदेश में अध्ययन कार्यक्रम के समन्वयक, कानूनी सेल के सहायक रजिस्ट्रार और विश्वविद्यालय लोकपाल इसके सदस्य हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की सुरक्षा मजबूत करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं. पुलिस उपायुक्त तरुण दुग्गल ने कहा कि घटना में शामिल शेष आरोपियों को पकड़ने के लिए तकनीकी निगरानी और अन्य तरीकों का उपयोग करके जांच चल रही है. 

पुलिस के अनुसार, शनिवार रात को हुई घटना के बाद दो छात्रों (एक श्रीलंका से और दूसरा ताजिकिस्तान से) को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. साथ ही 20-25 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत दंगा, गैरकानूनी सभा, स्वेच्छा से चोट पहुंचाने, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और आपराधिक अतिचार समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई थी. पुलिस आयुक्त जीएस मलिक ने रविवार को संवाददाताओं को बताया कि घटना की जांच के लिए नौ टीमें गठित की गई हैं. 

मलिक ने कहा कि गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की है और उन्हें मामले में सख्त और न्यायिक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. पुलिस आयुक्त ने कहा कि करीब 20-25 लोग (शनिवार की रात) छात्रावास परिसर में घुस गए और अंतरराष्ट्रीय छात्रों द्वारा वहां नमाज पढ़ने पर आपत्ति जताई और उन्हें मस्जिद में ऐसा करने के लिए कहा. उन्होंने इस मुद्दे पर बहस की तो उन पर हमला और पथराव किया. उनके कमरों में तोड़फोड़ भी की. 

Advertisement

बता दें कि गुजरात विश्वविद्यालय में लगभग 300 अंतरराष्ट्रीय छात्र नामांकित हैं, जिनमें अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान, श्रीलंका और अफ्रीकी महाद्वीप के देशों के छात्र शामिल हैं. विश्वविद्यालय के ए-ब्लॉक छात्रावास में लगभग 75 अंतरराष्ट्रीय छात्र रहते हैं, जहां यह घटना घटी. वीसी गुप्ता ने कहा था कि शनिवार रात ए-ब्लॉक हॉस्टल के परिसर में दो समूह भिड़ गए, जहां 75 अंतरराष्ट्रीय छात्र रहते थे.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement