राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) का अध्यक्ष बनने के लिए खुद को राष्ट्रीय स्वयंसेवक का राष्ट्रीय प्रचारक और विचारक बनकर फर्जी लैटर पैड से राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखना भारी पड़ गया. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के ऑफिस के आदेश पर इस फर्जी आरएसएस नेता को गिरफ़्तार किया गया है .
सीएमओ की शिकायत के बाद जयपुर की करणी विहार थाना पुलिस ने खुद को आरएसएस का राष्ट्रीय विचारक बताने वाले आरोपी कुशल चौधरी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी के कब्जे से पुलिस को संघ के कई फर्जी व कूटरचित दस्तावेज मिले हैं और उन्ही के जरिये उसने खुद को आरपीएससी का अध्यक्ष मनोनीत करने के लिए CM को लेटर लिखा, जिसकी एक कॉपी प्रधानमंत्री को भी भेज दी.
जयपुर वेस्ट डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया पर आरोपी कुशल चौधरी जो खुद को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विचारक बताता था. जिसको लेकर विजय सिंह नाम के परिवादी ने इसकी शिकायत थाने में दी. जिसके बाद पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो पता चला कि उसने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लैटर पैड पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर स्वयं को राजस्थान लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष मनोनित करने के लिए फर्जी पत्र तैयार करके मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार को जारी कर प्रतिलिपि प्रधानमंत्री तक भेज दी.
यही नहीं, असम निशक्त जन आयोग गुवाहाटी में आयुक्त मनोनीत करने के लिए असम के मुख्यमंत्री भी आर.एस.एस. के फर्जी व कूटरचित पत्र भेज दिया. पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी कुशल चौधरी आरएसएस के किसी भी पद पर पदस्थापित नहीं है और ना ही संघ की किसी शाखा से जुड़ा हुआ है. लेकिन फिर भी दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार होने का फायदा उठाने के लिए उसने फर्जी दस्तावेज तैयार कर स्वयं को लाभ पहुंचाने की नीयत से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का राष्ट्रीय विचारक बता दिया.
शरत कुमार