कोटा में नशे के गोरख धंधे का भंडाफोड हुआ है, कोचिंग छात्रों को स्मैक बेचने वाला स्पालयर पकड़ा गया है. कोटा के जवाहर नगर थाना पुलिस ने छतरपुरा तालाब विज्ञान नगर निवासी सोहेल को गिरफ्तार कर 05 ग्राम 70 मिलीग्राम स्मैक जप्त की गई है. पकड़ा गया आरोपी कोचिंग इलाके में स्टूडेंट्स को स्मैक बेचता था. पुलिस अब इससे पूछताछ कर रही है. स्पलायर से पूछा जा रहा है कि वह स्मैक कहां से लेकर आता था और वो कौन-कौन से छात्र हैं जो उसके टच में हैं, जो स्मैक खरीदते थे.
कोटा के एसपी शरद चौधरी ने बताया कि शहर में अवैध मादक पदार्थ और अवैध कार्यों की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के समस्त अधिकारियों को कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए थे. इस क्रम में एएसपी संजय गुप्ता के निर्देशन एवं डीएसपी भवानी सिंह के सुपरविजन में जवाहर नगर सीआई वासुदेव सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने नाकाबंदी में जवाहर नगर गंदा नाले की पुलिया रोड पर आरोपी छतरपुरा निवासी सोहेल पुत्र गुड्डू खां को पकड़ा.
आरोपी के जरिये सप्लाई चैन तोड़ने की कोशिश
आरोपी की तलाशी में उसके पास से 05 ग्राम 70 मिलीग्राम स्मैक मिली है, जिसके आधार पर आरोपी गुड्डू के खिलाफ 8/21 एनडीपीएस एक्ट में केस दर्ज किया है. पूछताछ में इसने बताया कि यह कोचिंग इलाके में कोचिंग स्टूडेंट्स को भी स्मैक बेचता था. पुलिस आरोपी से स्मैक की खरीद फरोख्त एवं जिन छात्रों को नशे की सप्लाई करता था आदि को लेकर पूछताछ कर रही है.
एसपी शरद चौधरी का कहना है कि हमने पहले भी एक कार्रवाई की थी, ये दूसरी कार्रवाई है. यह कार्रवाई विशेष रूप से इंपॉर्टेंट इसलिए है क्योंकि यहां पर बड़ी संख्या में छात्र रहते हैं. उन छात्रों के बीच में स्मैक की सप्लाई होने की जानकारी आ रही थी जिसके पीछे हमारा खुफिया तंत्र लगा हुआ था. काफी समय से हम स्टूडेंट्स को चोरी छुपे स्मैक सप्लाई करने वाले गिरोह को पकड़ने की कोशिश कर रहे थे.
उनका कहा है कि निश्चित रूप से जो छात्र इससे स्मैक खरीदते थे वो भी बहरूपिया नाम से आते होंगे, खुलेआम शायद कोई छात्र स्वीकार करें कि मैं स्मैक ले रहा था. फिर भी हम छात्रों के बीच जाकर उनसे सहयोग की गुहार लगाएंगे.
छात्रों की होगी काउंसलिंग
बताया जा रहा है कि पुलिस नशे में लिप्त छात्रों का पता लगाएगी, जो छात्र स्मैक खरीद रहे हैं या सेवन कर रहे हैं उनकी काउंसलिंग करके पुनर्वास किया जाएगा. क्योंकि अगर कोई स्मैक लेना शुरू कर दे तो मेडिकल साइंस कहती है कि वो इसके बिना नहीं रह पाएगा, उसे फिर से स्मैक चाहिए होगी, बगैर इसके बॉडी का हार्मोनल सिस्टम बिगड़ने लगता है और तबीयत खराब हो सकती है. हम उन छात्रों की काउंसलिंग करना चाहते हैं. छात्र, खुफिया तौर पर हमें उन लोगों की जानकारी दे सकते हैं जो छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. ताकि इस सप्लाई चैन को तोड़ा जा सके.
चेतन गुर्जर