CBSE Board 12th Exam 2021: ऑनलाइन हो सकते हैं 12वीं के एग्‍जाम! दिल्‍ली के पैरेन्‍ट्स ने उठाई ये मांग

CBSE Board 12th Exam 2021: अपने पत्र में अभिभावकों ने कहा कि परीक्षाएं ऑनलाइन आयेाजित की जा सकती हैं. बच्चे स्मार्टफोन पर परीक्षा के लिए कैमरा सेल्फी जमा कर परीक्षा शुरू कर सकते हैं. सभी परीक्षाओं को रिकॉर्ड किया जा सकता है और नकल रोकने के लिए जांच की जा सकती है.

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CBSE Board 12th Exam 2021 Date: CBSE Board 12th Exam 2021 Date:

रविराज वर्मा

  • नई दिल्‍ली,
  • 14 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 6:27 PM IST
  • परीक्षाएं 04 मई से शुरू होनी थीं
  • लगभग 10 लाख छात्र 12वीं के हैं

CBSE Board 12th Exam 2021: इस वर्ष की CBSE बोर्ड 12वीं की परीक्षाएं कोरोना महामारी के चलते फि‍लहाल स्‍थगित कर दी गई हैं. बोर्ड ने 10वीं के छात्रों के एग्‍जाम रद्द कर दिए हैं जबकि 12वीं के छात्रों के एग्‍जाम फिलहाल स्‍थगित हैं. बोर्ड 01 मई को अगली बैठक में बोर्ड परीक्षाओं पर फैसला लेगा. इस बीच दिल्‍ली पैरेन्‍ट्स असोसिएशन की प्रेसिडेंट अपराजिता गौतम ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री और शिक्षा विभाग को परीक्षाएं आयोजित करने के संबंध में अपने सुझाव भेजे हैं.

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अपने पत्र में अभिभावकों ने कहा कि परीक्षाएं ऑनलाइन आयेाजित की जा सकती हैं. बच्चे स्मार्टफोन पर परीक्षा के लिए कैमरा सेल्फी जमा कर परीक्षा शुरू कर सकते हैं. सभी परीक्षाओं को रिकॉर्ड किया जा सकता है और नकल रोकने के लिए जांच की जा सकती है. लोकल साइबर कैफे के साथ टाई अप करें ताकि बिना फोन या कंप्यूटर के बच्चे स्लॉट बुक कर सकें और भीड़ के बिना अपनी परीक्षा के लिए उपस्थित हो सकें.

बच्चों का मूल्यांकन अप्‍लाइड नॉलेज (applied knowledge) के आधार पर किया जाना चाहिए. ऐसा एग्‍जाम घर से ही आयोजित किया जा सकता है और जमा किया जा सकता है. एक क्‍वेश्‍चन बैंक के साथ सॉफ्टवेयर विकसित करने के लिए टीसीएस के साथ टाई अप किया जा सकता है. ओपन बुक या नकल को रोकने के लिए प्रत्येक सेक्‍शन पर समय सीमा के साथ MCQ सवाल रखे जाएं. हर बार लॉग इन के साथ रैंडम सवाल स्‍क्रीन पर आएं ताकि सवालों की कोई पुनरावृत्ति न हो.

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यदि ऑनलाइन परीक्षाएं संभव नहीं हैं तो केंद्र सरकार, राज्य सरकार व स्कूल बच्चों की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी लें. परीक्षा केंद्र में सभी को कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट के साथ एंट्री मिले, जिसमे बच्चों के साथ साथ टीचर्स और बाकि सभी स्टाफ शामिल है. यदि संभव हो तो बच्चों को उनके घर के निकट या उन्हीं का स्कूल सेंटर के रूप में दिया जाये. इसके साथ ही करोना SOP का कड़ाई से पालन हो, उल्लंघन करने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए.

 

 

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