क्रिएटिविटी, प्रॉब्लम-सॉल्विंग और इंटरडिसिप्लिनेरी लर्निंग का अद्भुत परिचय देते हुए, श्री नारायण सेंट्रल स्कूल, गुजरात के कक्षा 12वीं के छात्रों ने 17 जून को एक आकर्षक 'बोट एक्टिविटी' का आयोजन किया. स्कूल मैनेजमेंट और प्रधानाचार्य के समर्थन और प्रेरणा के साथ, यह एक्टिविटी इनोवेशन और समग्र शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्कूल की प्रतिबद्धता का एक उदाहरण बन गई.
स्कूल की इनोवेशन काउंसिल कॉर्डिनेटर सिम्मी प्रकाश ने बताया, 'फिजिक्स, आर्ट्स और इंजीनियरिंग जैसे कई टॉपिक्स को एक साथ लाकर, इस एक्टिविटी ने छात्रों को अपने सैद्धांतिक ज्ञान को प्रैक्टिकल और सार्थक तरीके से लागू करने का मंच दिया. अपने शिक्षकों के मार्गदर्शन में, छात्रों ने सावधानीपूर्वक अपनी नावों को डिजाइन किया. एक्टिविटी में हर नाव ने नए विचारों और अवधारणाओं को दर्शाया है.'
नावों की डेकोरेशन में छात्रों ने अपनी आर्ट का प्रदर्शन किया, जबकि वजन उठाने की शक्ति ने फिजिक्स की उनकी समझ का प्रर्दशन किया. इसके अलावा, बोट की बारिश से सहने की क्षमता ने छात्रों के इंजीनियरिंग के ज्ञान का परिचय दिया.
छात्रों की आशाओं और आकांक्षाओं से साथ जब नावें पानी को पार कर गईं, तो यह स्पष्ट हो गया कि यह एक्टिविटी केवल नावों के निर्माण के बारे में नहीं थी. बल्कि यह सीखने के लिए एक जुनून को बढ़ावा देने, रचनात्मकता को प्रज्वलित करने और प्रत्येक छात्र के भीतर इनोवेशन की भावना को प्रेरित करने के बारे में थी.
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