अमेरिका के बंकर-बस्टर बम ईरान के अत्यधिक सुरक्षित परमाणु संयंत्र को निशाना बना सकते हैं. ऐसा अनुमान इसलिए लगाया जा रहा है, क्योंकि अमेरिका से 6 बी-2 स्टेल्थ फाइटर जेट ने उड़ान भरी है.
फॉक्स न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, फ्लाइट ट्रैकिंग डेटा और हवाई यातायात नियंत्रण के ऑडियो कम्युनिकेशन के अनुसार, अमेरिका के मिसौरी स्थित व्हाइटमैन वायुसेना अड्डे से 6 बी-2 स्टेल्थ बमवर्षक विमान गुआम स्थित अमेरिकी वायुसेना अड्डे की ओर जाते हुए दिखे हैं.
कम ईंधन के साथ उड़े थे बी-2 बॉम्बर
इन बी-2 स्टेल्थ बॉम्बर ने मिसौरी से उड़ान भरने के बाद प्रशांत महासागर के ऊपर ईंधन भरा था. इससे यह संकेत मिलता है कि वे कम ईंधन के साथ इसलिए उड़े क्योंकि उनमें भारी मात्रा में पेलोड था. इससे यह संभावना जताई जा रही है कि इन विमानों में भारी-भरकम बंकर-बस्टर बम हो सकते हैं. बी-2 स्पिरिट स्टेल्थ फाइटर जेट रणनीतिक परमाणु हथियारों को चुपके से और सटीकता से ले जाने में सक्षम है. यह विमान 16 बी83 परमाणु बम तक ले जा सकता है.
यूएस बॉम्बर्स के साथ KC-46 पेगासस विमान भी थे
अमेरिकन बॉम्बर्स के साथ कथित तौर पर चार बोइंग केसी-46 पेगासस विमान भी थे, जो मिड एयर रिफ्यूलिंग के लिए हो सकते हैं. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक नाम न बताने की शर्त पर अधिकारियों ने कोई और जानकारी देने से मना कर दिया. एक अधिकारी ने कहा कि बमवर्षकों को गुआम से आगे ले जाने के लिए अभी तक कोई अग्रिम आदेश नहीं दिया गया है. उसने यह नहीं बताया कि कितने बी-2 बमवर्षक विमान ले जाए जा रहे हैं. रॉयटर्स ने पेंटागन (अमेरिकी रक्षा विभाग) से इस बारे में प्रतिक्रिया के लिए संपर्क किया, लेकिन उधर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली.
एक बी-2 बॉम्बर में दो बंकर बस्टर ले जाने की क्षमता
यूएस एयरफोर्स का बी-2 स्पिरिट स्टेल्थ बॉम्बर अमेरिका के सबसे एडवांस वेपन प्लेटफॉर्म में से एक है, जो उन्नत से उन्नत एयर डिफेंस सिस्टम को भेदने और ईरान के अंडरग्राउंड न्यूक्लियर रिसर्च फैसिलिटी के नेटवर्क जैसे कठिन लक्ष्यों पर सटीक हमले करने में सक्षम है. एक बी-2 स्टेल्थ फाइटर जेट 15 टन के दो बंकर-बस्टर बम ले जा सकता है. ये बंकर बम केवल अमेरिका के पास है. विशेषज्ञों का कहना है कि ये बम ईरान के सबसे ज्यादा मजबूत परमाणु स्थल फ़ोर्डो को निशाना बनाने के लिए काफी महत्वपूर्ण हो सकते हैं. क्योंकि, उसे सिर्फ बंकर बस्टर बम ही तबाह कर सकता है और ये सिर्फ अमेरिका के पास है. वहीं इजरायल को इस वक्त बंकर बस्टर बम की सख्त जरूरत है.
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ट्रंप ने दो सप्ताह के अंदर निर्णय लेने की कही थी बात
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले भी कह चुके हैं कि ईरान पर हमले को लेकर विचार कर रहे हैं. ईरान को अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर बातचीत के लिए आना होगा. ट्रंप ने गुरुवार को कहा था कि वह ईरान पर हमले के लिए दो सप्ताह के अंदर निर्णय लेंगे कि इसके लिए आदेश दें या नहीं. वहीं इजरायल ने साफ कर दिया है कि फोर्डो के दुर्गम इलाके में हमले के लिए अमेरिका आता है तो ठीक नहीं तो वो अकेले ही कार्रवाई करेगा. अमेरिका के डिफेंस सेक्रेटरी पीट हेगसेथ ने 18 जून को कहा था कि अमेरिकी सेना ईरान के संबंध में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लिए गए किसी भी निर्णय को लागू करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा था कि तेहरान को इजरायल के हमले शुरू होने से पहले अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम पर समझौता करने के राष्ट्रपति ट्रंप के आह्वान पर ध्यान देना चाहिए था.
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