खून की तरह लाल रंग वाला यह झील अफ्रीका में है. इस झील का नाम नैट्रॉन झील है. यह भयानक झील है जो जानवरों को पत्थर में बदल देती है, जिससे यह दुनिया के सबसे घातक जलाशयों में से एक बन जाती है. इसके पानी का रंग लाल होने के पीछे भी एक वैज्ञानिक कारण है.
नैट्रॉन झील का पानी कास्टिक क्षारीय नमकीन पानी में बदल गया है, जो सतह पर नमक की परत छोड़ता है. पानी में पाए जाने वाले उन्हीं सूक्ष्मजीवों के कारण यह अक्सर लाल या गुलाबी रंग का होता है. इस झीले के खुले पानी का गहरा लाल रंग है जो अक्सर उथले हिस्सों के नारंगी रंग के साथ मिश्रित होता है.
इस वजह से झील के पानी का रंग है लाल
दरअसल, नैट्रॉन झील के पानी में काफी मात्रा में साइनोबैक्टीरिया मौजूद हैं. ये साइनोबैक्टीरिया इस के पानी के अंदर पनपने वाले सूक्ष्मजीवों के अंदर पनपते हैं. ये सूक्ष्मजीव नमक पसंद करते हैं, जिसकी इस झील में काफी ज्यादा मात्रा है. इन्हीं बैक्टीरिया के कारण झील का रंग लाल हो जाता है.
पानी में नमक और सोडा की मात्रा है काफी
इस झील के पानी में सोडा और नमक की मात्रा इतनी अधिक है. इस झील में जीव जंतु कैसे मर जाते है इसकी ठोस वजह पता नहीं है, लेकिन मौत के बाद पूरा शरीर भी तुरंत सड़ जाता है. सड़ने के बाद भी आकार ज्यों का त्यों बना रहता है और सख्त हो जाता है, जो पत्थर सा प्रतीत होता है.
पानी में तुरंत सड़ जाता है शरीर
इसके पानी में लवणता का स्तर उस बिंदु तक काफी बढ़ा होता है. झील की अत्यधिक नमक सांद्रता और क्षारीयता के कारण ही इसके अंदर आने वाले जीव-जंतुओं का शरीर तेजी से सड़ जाता है. पानी में मरने वाले जानवर या जीव जंतु का शरीर सोडियम बाइकार्बोनेट के कारण कैल्सीफिकेशन के माध्यम से पत्थरों में बदल जाता है.
मरने के बाद जीव-जंतुओं का शरीर उसी रूप में हो जाता है सख्त
झील का उच्च तापमान और नमक की अत्यधिक मात्रा अधिकांश जानवरों को दूर भगाती है. हालांकि यह यह कुछ पक्षियों का घर है. नैट्रॉन झील पर मौसमी रूप से बनने वाले द्वीपों पर कुछ पक्षियों की प्रजाति घोंसला बनाते हैं, जो कास्टिक वातावरण के कारण शिकारियों से सुरक्षित रहते हैं.
यह पक्षियों की प्रजातियों का है बसेरा
इन लाल पानी को एक बहुत ही अच्छे, हालांकि भयावह कारण से ‘पेट्रिफाइंग झील’ के रूप में भी जाना जाता है. पूरी झील तीन मीटर से भी कम गहरी है और अपने पूरे आकार में, लगभग 35 मील लंबी और 14 मील चौड़ी है. अपने विशाल आकार के बावजूद, यह तंजानिया की छठी सबसे बड़ी झील है.
माउंटेन ऑफ गॉड के पास स्थित है पेट्रिफाइंग झील
यह झील एक ज्वालामुखी के पास है. जिसे 'माउंटेन ऑफ गॉड' भी कहा जाता है. नैट्रॉन झील के आसपास के क्षेत्र में मासाई लोग रहते हैं, और वे इसे पवित्र मानते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, प्राचीन मिस्र के लोग मृतकों के शवों को ममी बनाने के लिए झील का उपयोग करते थे.
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