How NTA Secures Paper: पेपर बनने के बाद उसकी सुरक्षा कैसे करता है NTA, ये है पूरा प्रोसेस

देश में नीट, नेट, जेईई आदि एंट्रेंस परीक्षाओें का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) करवाता है. एनटीए ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड में परीक्षाएं करवाती है. ऐेसे में आइए जानते हैं कि पेपर तैयार होने के बाद उसे सुरक्षित कैसे रखा जाता है.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 जून 2024,
  • अपडेटेड 2:00 PM IST

नीट परीक्षा यूजीसी नेट एग्जाम पेपर लीक होने पर एनटीए चर्चाओं में बना हुआ है. सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक छात्र NTA के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. यह तो आपका पता ही होगा कि एनटीए वो एजेंसी है, जिसके पास इन दोनों बड़ी परीक्षाओं को आयोजित करने का जिम्मा है. एंट्रेंस एग्जाम का पेपर तैयार करवाना और उनकी देखरेख करना एनटीए की जिम्मेदारी होती है. आइए जानते हैं पेपर बनने के बाद उसे एग्जाम हॉल तक कैसे सेफ रखा जाता है. 

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एनटीए का पूरा नाम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी है. इसकी स्थापना साल 2017 में हुई थी. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की स्थापना भारतीय संस्था पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत हुई थी. यह एजेंसी हर साल इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड एंट्रेंस टेस्ट (IIFt), कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET), ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन मेन्स एग्जाम (JEE Mains), कॉमन मैनेजमेंट कम एडमिशन टेस्ट (CMAT), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी एंट्रेंस एग्जाम, जॉइंट इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट आयोजित करवाता है. इस एजेंसी की टीम की बात करें तो इसके पास एजुकेशन एडमिनिस्ट्रेटिव, रिसर्चर, एक्सपर्ट्स और असेसमेंट डेवलपर की टीम होती है. 

पेपर कैसे कराता है एनटीए

एनटीए की वेबसाइट के मुताबिक, एंट्रेंस एग्जाम के पेपर को तैयार करने के लिए हमेशा सब्जेक्ट एक्सपर्ट काम आते हैं. एक्सपर्ट से बात करके सवालों का बैंक तैयार किया जाता है. इसके बाद डेवलेपमेंट कमेटी तैयार किए हुए सभी पेपरों की जांच करती है. अगर इसमें कोई सवाल गलत हो या कोई रिपीट हो रहा है तो उसे हटा दिया जाता है. चेक करने के बाद इसे लिखा जाता है, इस दौरान इसमें कांट छांट होती है. अंत में फाइनल पेपर बनकर तैयार होता है जो एग्जाम हॉल में कैंडिडेट्स को दिया जाता है.

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एनटीए ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों मोड में परीक्षाएं आयोजित करवाता है. अगर सीबीटी मोड में परीक्षा होती है तो एनटीए पर्सनल सर्वर पर पेपर लॉक करके रखा जाता है. ऑफलाइन मोड में तो एनटीए जिस कंपनी को एग्जाम कराने के लिए टेंडर के जरिये हायर करती है उसको पेपर अंत में दिए जाते हैं, जिसके बाद सुरक्षा की जिम्मेदारी उस कंपनी की होती है. ऐसे में पेपरों को एग्जाम से पहले अलग-अलग सेंटरों के स्ट्रांग रूम में रखा जाता है. इन स्ट्रांग रूम में किसी भी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित होता है. इतना ही नहीं पेपर हमेशा सील करके रखा जाता है. वहीं स्ट्रांग रूम के बाहर हमेशा कोई सुरक्षाकर्मी भी मौजूद रहता है. एग्जाम से पहले परीक्षा अधिकारी अन्य सुरक्षा अधिकारियों के साथ स्ट्रांग रूम खोलकर पेपरों का वितरण कराते हैं और ये सुनिश्चित करते हैं कि एग्जाम से पहले पेपर की सील कोई ना खोले. 

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