डोनट्स तो हम सभी ने खाए होंगे. मीठा खाने के शौकीन लोगों को डोनट्स का स्वाद बहुत भाता है. बच्चों के बीच खासकर डोनट्स को बेहद पसंद किया जाता है. लेकिन क्या आपने सोचा है कि डोनट्स के बीच में छेद क्यों किया जाता है? क्या डोनट्स में हमेशा से ही छेद हुआ करता था? अगर आपको लगता है कि डोनट्स को देखने में सुंदर बनाने के लिए ऐसा किया जाता है तो आप गलत हैं. आइए जानते हैं कब और कैसे हुई डोनट्स में छेद करने की शुरुआत.
1847 में हुई इसकी शुरुआत
डोनट्स में छेद करने की शुरुआत 1847 में हुई. इसकी शुरुआत एक शिप कैप्टन हैनसेन ग्रेगरी के सुझाव के बाद की गई. दरअसल, हैनसेन ग्रेगरी शिप पर मिलने वाले फ्राइड केक्स की क्वालिटी से खुश नहीं थे. पहले जब फ्राइड केक्स में छेद नहीं हुआ करता था तो केक कहीं-कहीं से कच्चा रह जाता था और खाने में अच्छा नहीं लगता था. इसी परेशानी से निपटने के लिए हैनसेन ग्रेगरी ने फ्राइड केक के बीच में छेद करने का सुझाव दिया. यहीं से डोनट्स का अविष्कार हुआ.
क्यों करते हैं डोनट्स में छेद?
दरअसल, डोनट्स को आप एक तरह का फ्राइड केक कह सकते हैं. जब इसमें छेद नहीं होता था तो इसे तेल में फ्राइ करते समय इसके बाहर का हिस्सा ज्यादा पक जाता था और अंदर का हिस्सा कच्चा ही रह जाता था. इसके बाद इसमें छेद करने का आइडिया आया. इससे डोनट्स अंदर और बाहर से दोनों ही तरीकों से सही से पकता था. तो डोनट्स को सही से पकाने के लिए ही इसके बीच में छेद किया जाता है.
अब मॉडर्न दिनों में डोनट्स के साथ कई तरह के प्रयोग किए जाते हैं. खासकर डोनट्स की टॉपिंग्स को तरह-तरह के फ्लेवर के साथ तैयार किया जाता है ताकि इसे खाने में और स्वादिष्ट बनाया जा सके.
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