पाकिस्तान में हिंदुओं को अल्पसंख्यक का दर्जा प्राप्त है. मुस्लिम वहां बहुसंख्यक हैं. ऐसे में लोगों को ये जानने में दिलचस्पी होती है कि आखिर वहां कितने हिंदू है. पाकिस्तान में कुछ ही ऐसे इलाके हैं जहां हिंदुओं की जनसंख्या ठीक-ठाक है. (Photo - ITG)
पाकिस्तान में सिंध, पंजाब, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा चार प्रांत हैं. इन चार प्रांतों में सबसे ज्यादा हिंदू सिंध में रहते हैं. इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सेंटर फॉर पीस एंड जस्टिस पाकिस्तान की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के 22,10,566 लोग रहते हैं, जो देश की कुल पंजीकृत जनसंख्या 18,68,90,601 का केवल 1.18 प्रतिशत है. (Photo - Pexels)
पाकिस्तान में हिंदुओं की बहुलता कि किन-किन क्षेत्रों में है. पाकिस्तान की हिंदू आबादी कुल आबादी का लगभग 96 प्रतिशत सिंध प्रांत में रहता है. भारत से सटे संघार और थारपाकर जिलों में हिंदुओं की भारी आबादी है. यहां से कुछ इलाकों से हिंदू सांसद भी हैं. इसके अलावा सिंध के उमरकोट जिला में भी काफी संख्या में हिंदू लोग रहते हैं. (Photo - Pexels)
थारपारकर की कृष्णा कुमारी कोहली 2018 में सिंध के हिंदू समुदाय से पहली महिला सीनेटर बनीं थीं. उनका मानना है कि जनसंख्या के आधार पर अल्पसंख्यकों के लिए पाकिस्तान संसद में सीटें बढ़ाई जानी चाहिए, इसीलिए सभी अल्पसंख्यकों का विधिवत पंजीकरण होना आवश्यक है. (Photo - Pexels)
सिंध के अलावा बलूचिस्तान और पंजाब के आंतरिक क्षेत्रों में भी हिंदुओं की छोटी-छोटी बस्तियां हैं. सिंध या बलूचिस्तान के अंदरूनी क्षेत्रों में रहने वाले पाकिस्तान के हिंदू मुख्य रूप से अनुसूचित जाति के हिंदू हैं. इन हिंदुओं के पास जमीन तक नहीं बची. ये सभी भूमिहीन हैं और मजदूरी ही इनका मुख्य पेशा है. (Photo - Pexels)
सिंध प्रांत के कस्बों और शहरों में रहने वाले हिंदू भी निम्न स्तर के हैं और आमतौर पर सफाईकर्मी या जमादार के रूप में कार्यरत हैं. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े सिंधी जमींदारों की जमीनों पर काम करते हैं. (Photo - Pixabay)
पाकिस्तान में अभी भी हिंगलाज माता का मंदिर और कतास राज मंदिर जैसे कुछ धार्मिक स्थल हैं, जहां हिंदू धर्मावलंबियों को जाकर पूजा करने की अनुमति है. पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी कम होने के साथ ही उनके हालत भी ठीक नहीं हैं. (Photo - Pexels)